प्रेमी जोड़े को बीच सड़क पर भीड़ ने गोलियों से भूना, वीडियो देख कांप उठेगा कलेजा

Honor Killing Couple: प्रेम विवाह करने पर एक जोड़े को भीड़ ने बीच सड़क पर गोलियों से भून डाला, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप, 13 गिरफ्तार, लेकिन मुख्य आरोपी अब भी फरार

By Govind Jee | July 23, 2025 8:19 PM
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Honor Killing Couple: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के बाद, पुलिस ने ऑनर किलिंग (इज्जत के नाम पर हत्या) के मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें एक स्थानीय कबीलाई सरदार भी शामिल है. यह घटना मई में क्वेटा के पास हुई थी, लेकिन वीडियो के वायरल होने के बाद ही पुलिस ने संज्ञान लिया. Honor Killing Couple in Hindi

Honor Killing Couple: क्या है मामला?

एफआईआर के अनुसार, मारे गए दंपति की पहचान बानो बीबी और उनके पति एहसान उल्लाह के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि दोनों ने परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी की थी. इस वजह से इन्हें “गैर-शरीफाना” संबंधों का दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई गई. वीडियो में देखा गया कि एक सुनसान इलाके में कुछ हथियारबंद लोग दो वाहनों के पास इकट्ठा हैं. बानो बीबी को वाहन से अलग खड़े रहने को कहा जाता है और फिर दोनों को बेरहमी से गोलियों से भून दिया जाता है जब वे जमीन पर लहूलुहान पड़े थे.

कौन हैं आरोपी?

एफआईआर में आठ नामजद और 15 अज्ञात आरोपियों का जिक्र है. प्रमुख आरोपी सरदार शेरबाज खान है, जिसने कथित तौर पर कबीलाई अदालत में दोनों को पेश कर “अनैतिक संबंधों” का दोषी ठहराया और हत्या का आदेश दिया. इसके अलावा, बानो का भाई भी मुख्य संदिग्ध है, जो अब तक फरार है.

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ऑनर किलिंग (Couple Shot Pakistan in Balochistan in Hindi)

अल जजीरा के रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि पाकिस्तान और भारत सहित दक्षिण एशिया में ऑनर किलिंग की घटनाएं आम हैं. आमतौर पर यह घटनाएं तब होती हैं जब कोई जोड़ा परिवार या जाति की अनुमति के बिना विवाह करता है या भागकर शादी कर लेता है. सस्टेनेबल सोशल डेवेलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (SSDO) के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में पाकिस्तान में 32,000 से ज्यादा महिलाओं पर हिंसा के मामले दर्ज किए गए, जिनमें 547 ऑनर किलिंग शामिल थीं. बलूचिस्तान में 32 मामले सामने आए, लेकिन सिर्फ एक में सजा हुई.

मानवाधिकार संगठनों का रोष

हैरिस खलीक, मानवाधिकार आयोग पाकिस्तान (HRCP) के महासचिव ने कहा ये हत्याएं दिखाती हैं कि पाकिस्तान के कई हिस्सों में अभी भी मध्ययुगीन सोच हावी है. सरकार कानून का राज स्थापित करने के बजाय उन सरदारों और जमींदारों को संरक्षण देती है जो इस तरह की प्रथाओं से अपनी सत्ता कायम रखते हैं.

बलूचिस्तान में महिलाएं दोहरी हिंसा की शिकार

अल जजीरा में दिए हुए इंटरव्यू में महिला अधिकार कार्यकर्ता सम्मी दीन बलोच ने कहा कि इस तरह की घटनाएं वहां आम हो चुकी हैं बलूचिस्तान में महिलाएं प्यार के लिए मारी जाती हैं, विरोध करने पर लापता कर दी जाती हैं, और कबीलाई पितृसत्ता व राज्य की खामोशी के नीचे दफन कर दी जाती हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि अगर वीडियो वायरल नहीं हुआ होता, तो सरकार इस पर कोई कार्रवाई भी नहीं करती.

बलूच महिलाएं दो तरह की हिंसा के बीच फंसी हैं एक तरफ कबीलों की बर्बरता, जो चुपचाप मार डालती है और दूसरी तरफ राज्य की दमनकारी मशीनरी, जो कानून के नाम पर मारती है.

 यह मामला केवल ऑनर किलिंग का नहीं, बल्कि एक पूरे सिस्टम की पोल खोलता है जहां राज्य खुद कबीलाई सरदारों और सामंती ताकतों को सत्ता सौंप देता है. बलूचिस्तान जैसे संसाधन-संपन्न लेकिन राजनीतिक रूप से उपेक्षित राज्य में, महिलाओं की सुरक्षा और स्वतंत्रता अक्सर सबसे पहले कुर्बान होती है.

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