Iran Israel Conflict: अमेरिकी हमले के बाद ईरान के पत्र और रूस, चीन सहित कई देशों की मांग पर रविवार को देर रात सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई गई है. जिसमें ईरान-इजराइल युद्ध में अमेरिका के एंट्री को लेकर चर्चा की जाएगी.
ईरान ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने का किया अनुरोध
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने ईरान पर अमेरिका के हमलों के बाद रविवार को सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया था. ईरानी राजदूत आमिर सईद ईरानवी ने एक पत्र लिख कर कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सबसे शक्तिशाली निकाय को अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत अमेरिका को जवाबदेह ठहराने के लिए ‘सभी आवश्यक कदम’ उठाने होंगे. पत्र में कहा गया, ‘‘ इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान इन अकारण और पूर्वनियोजित आक्रामक कृत्यों की कड़े शब्दों में निंदा करता है. ये 13 जून को ईरान के परमाणु केन्द्रों और ठिकानों पर बड़े पैमाने पर इजराइल द्वारा किए गए सैन्य हमले के बाद किए गए हैं.”
अमेरिकी हमले को रूस ने गैर जिम्मेदाराना बताया
ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिका द्वारा किये गए हमले को रूस ने गैर-जिम्मेदाराना करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की. रूस ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का घोर उल्लंघन है. रूसी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘किसी संप्रभु देश पर मिसाइल और बम से हमला करने का निर्णय गैर-जिम्मेदाराना है, भले ही कोई भी दलील दी जाए। यह अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का घोर उल्लंघन है, जिसमें पहले ही ऐसी कार्रवाइयों को स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य बताया गया है.’’
अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर किया हमला
अमेरिका ने इजराइल के समर्थन में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी की.
संयुक्त राष्ट्र ने भी ईरान पर अमेरिकी हमलों की निंदा की
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा है कि वह ईरान में परमाणु केन्द्रों पर अमेरिका के बम हमलों से बेहद चिंतित हैं. गुतारेस ने एक बयान में कहा, ‘‘इस बात का जोखिम है कि यह संघर्ष तेजी से नियंत्रण से बाहर हो सकता है जिसके नागरिकों, क्षेत्र और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं.’’ उन्होंने कहा कि ‘‘इस जोखिम भरे वक्त में यह अहम है कि हम अराजकता के चक्र से बचें.’’ संयुक्त राष्ट्र महासचिव मुद्दे के कूटनीतिक समाधान का आह्वान किया.
अमेरिका में फिर दर्दनाक हादसा, एरिजोना में मेडिकल विमान क्रैश, 4 की मौत
अमेरिका की पुरानी सेटिंग भी नहीं रोक पाई भारत का राफेल वार, ऑपरेशन सिंदूर से उठा पर्दा
“मैंने कोई प्रतिशत जिक्र नहीं किया,” रूसी ऊर्जा खरीदने वाले देशों पर 100% टैरिफ लगाने को लेकर ट्रंप का जवाब
ट्रंप के टैरिफ के बीच भारत की दहाड़, अजीत डोभाल रूस पहुंचकर अमेरिका को दिया कड़ा जवाब