Iran Israel War: इजराइल की सेना ने सोमवार को दावा किया कि उसने ईरान की राजधानी पर हवाई श्रेष्ठता हासिल कर ली है. सेना का कहना है कि उसने ईरानी वायु रक्षा और मिसाइल प्रणालियों को इस हद तक कमजोर कर दिया है कि उसके विमान अब बिना किसी बड़े खतरे का सामना किए तेहरान के ऊपर उड़ान भर सकते हैं. इसमें कहा गया है कि इजराइल अब कहता है कि पश्चिमी ईरान से तेहरान तक के आसमान पर उसका नियंत्रण है.
ईरान ने इजराइल पर फिर से किए मिसाइल हमले; तीन लोगों की मौत, कई घायल
ईरान ने इजराइल के मध्य तथा उत्तरी क्षेत्र को निशाना बनाते हुए सोमवार को फिर सिलसिलेवार मिसाइल हमले किए जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. ईरान ने कहा कि उसने लगभग 100 मिसाइलें दागीं और उसने पिछले शुक्रवार को इजराइल द्वारा उसके परमाणु संवर्धन केंद्रों एवं सैन्य नेतृत्व पर किए गए आश्चर्यजनक हमले के खिलाफ आगे भी जवाबी हमले करने का संकल्प जताया.
चौथे दिन तेल अवीव में सुबह तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दीं
ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष के चौथे दिन तेल अवीव में सुबह तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दीं जो संभवत: इजराइल की रक्षा प्रणाली द्वारा ईरान के मिसाइल हमलों को नाकाम करने की थी. मध्य इजराइल के शहर पेटाह टिकवा के अधिकारियों ने बताया कि ईरानी मिसाइलों ने एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया जिससे दीवारें जलकर खाक हो गईं, खिड़कियों के शीशे टूट गए और कई अपार्टमेंट को भारी नुकसान हुआ. बचाव दल घटनास्थलों पर मौजूद हैं, हालांकि हताहतों की संख्या के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है.
ईरानी हमले में मरने वालों की संख्या 17 हुई
इजराइल की आपातकालीन सेवा ‘मैगन डेविड एडोम’ सेवा ने बताया कि मध्य इजराइल में चार जगहों पर मिसाइल हमलों में दो महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई. इसके साथ ही इजराइल में मरने वालों की संख्या कम से कम 17 हो गई है. ‘मैगन डेविड एडोम’ ने बताया कि बचाए गए 74 अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें से 30 वर्षीय एक महिला की हालत गंभीर है. बचावकर्मी मिसाइल हमलों में तबाह हुए घरों के मलबे के नीचे फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं.
इजराइल के हमले में ईरान में 224 से अधिक लोगों की मौत
इजराइल ने ईरान पर जोरदार मिसाइल हमला किया है. अब तक ईरान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 224 हो गई है. ईरान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 1,277 लोग घायल हैं, हालांकि उसने यह नहीं बताया कि इसमें आम नागरिक कितने हैं और सैन्य अधिकारी कितने हैं.