इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को कहा है कि फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास आतंकवादी संगठन अलकायदा से भी बदतर है. जो बाइडन ने फिलाडेल्फिया में ‘हाइड्रोजन हब्स’ में अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमें जितना अधिक इस हमले के बारे में पता चलता है वह उतना और अधिक भयावह प्रतीत होता है. एक हजार से अधिक निर्दोष लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 27 अमेरिकी भी शामिल हैं.’’ उन्होंने कहा,‘‘ इनके मुकाबले तो अलकायदा भी कुछ ठीक लगता है. ये शैतान हैं. जैसा मैं शुरुआत से कहता आ रहा हूं कि अमेरिका इसे लेकर गलती नहीं कर रहा, वह इजराइल के साथ है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इजराइल को अपनी रक्षा के लिए जो कुछ भी चाहिए वह उसके पास हो और वह हमलों का जवाब दे. मेरी प्राथमिकता यह भी है कि गाजा में मानवीय संकट से निपटा जाए.’’ जो बाइडन ने कहा कि उनके निर्देश पर उनकी टीम इस क्षेत्र में काम कर रही हैं और इजराइल की मदद के लिए मिस्र, जॉर्डन और अन्य अरब देशों की सरकारों और संयुक्त राष्ट्र के साथ सीधे संवाद कर रही हैं. उन्होंने कहा,‘‘ हम इस बात की अनदेखी नहीं कर सकते कि फलस्तीन की अच्छी खासी आबादी का हमास से और उसके हमलों से कोई लेना नहीं है . आज मैंने उन सभी अमेरिकी परिवारों से जूम कॉल पर एक घंटे से अधिक समय तक बात की जिनके परिवार के सदस्य लापता हैं.’’
वहीं, रूस ने इस मामले पर कहा है कि इजराइल ने बदले के लिए जो रुख अपनाया हैव यह क्रूर है. साथ ही उन्होंने इसकी निंदा की है. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि गाजा में रहने वाले सारे लोग हमास के समर्थक नहीं हैं. पुतिन ने आगे कहा, बेशक, इजरायल को एक खतरनाक हमले का सामना करना पड़ा, जो इतिहास में कभी नहीं हुआ, ना सिर्फ इसके पैमाने में, बल्कि इसकी प्रकृति, इसकी क्रूरता में भी. हमें चीजों को वैसे ही नाम देना चाहिए, जैसे वे हैं. इजरायल बड़े पैमाने पर जवाब दे रहा है.