जापान सरकार की चेतावनी
न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, अगर जापान में 9.0 तीव्रता का भूकंप आता है लगभग 3 लाख लोग सुनामी और इमारतों के गिरने से मारे जा सकते हैं. 13 लाख से अधिक लोग बेघर हो सकते हैं. देश की अर्थव्यवस्था को 2 ट्रिलियन डॉलर (171 लाख करोड़ रुपये से अधिक)का नुकसान हो सकता है.
भूकंप के पीछे का कारण
संभावित महाविनाशकारी भूकंप का केंद्र नानकाई गर्त(Nankai Trough) बताया जा रहा है. जो टोक्यो के पश्चिम में शिजुओका से क्यूशू तक फैली हुई 800 किलोमीटर लंबी समुद्री खाई है. यह इलाका अत्यधिक भूकंपीय गतिविधियों वाला क्षेत्र है.
क्या जापान में ‘महाभूकंप’ तय है?
वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले 30 वर्षों में 75-82% संभावना है कि जापान 9.0 तीव्रता का भूकंप झेलेगा. हालांकि, भूकंप की सटीक भविष्यवाणी करना मुश्किल है. मार्च 2011 में जापान ने 9.0 तीव्रता का भूकंप झेला था जिसमें 18,500 लोग मारे गए या लापता हो गए.
म्यांमार में कुछ दिनों पहले आई थी भयंकर भूकंप
म्यांमार में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया. इस भूकंप ने 300 से अधिक परमाणु बमों के बराबर ऊर्जा उत्सर्जित की. एक भूविज्ञानी ने सीएनएन को इस संबंध में जानकारी दी. भूविज्ञानी जेस फीनिक्स ने कहा, ” इस भूकंप से उत्सर्जित होने वाली शक्ति लगभग 334 परमाणु बमों के बराबर है. यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, म्यांमार के मांडले शहर में भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मरने वालों की संख्या 1,600 से अधिक हो गई है. जबकि यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने पहले के अनुमानों के आधार पर अनुमान लगाया है कि मरने वालों की संख्या 10,000 से अधिक हो सकती है.