Most Snake Bite Deaths Country in World: हर साल कितने लोग सांप के काटने से मरते हैं? क्या सभी सांप जहरीले होते हैं? दुनिया में सांप की कितनी प्रजाति हैं? सांप की कितनी प्रजातियां जहरीली होती हैं? क्या सांप के काटने पर मौत तय है? अगर ऐसे सवाल आपके मन में है तो यह खबर आपके लिए उपयोगी है. आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से.
सांप की कितनी प्रजातियां? (How Many Species of Snakes)
विश्व जनसंख्या समीक्षा डॉट कॉम के अनुसार दुनियाभर में सांपों की लगभग 3700 प्रजातियां है. इनमें से 15 प्रतिशत सांप इंसानों के लिए खतरनाक होती है. सांपों के 2 प्रमुख परिवार ही जहरीले होते हैं.
किस देश में सबसे ज्यादा सांप काटता है? (Snake Bites)
सांप के काटने से होने वाली मौतों को लेकर पूरी दुनिया चिंतित और परेशान है. एशिया महाद्वीप में हर साल सबसे ज्यादा जहरीले सांपों के काटने के मामले दर्ज किए जाते हैं. विश्व जनसंख्या समीक्षा डॉट कॉम के आंकड़ों के मुताबिक एशिया महाद्वीप में हर साल 2.5 लाख से 10 लाख तक जहरीले सांपों के काटने के मामले सामने आते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, इसकी प्रमुख वजह एशिया की विशाल आबादी और यहां पर पाए जाने वाले जहरीले सांपों की विविधता है. भारत, बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार जैसे देशों में ग्रामीण इलाकों में यह समस्या ज्यादा गंभीर है.
सब-सहारा यानी अफ्रीका महाद्वीप जहरीले सांपों के काटने के मामलों में दूसरे स्थान पर आता है. यहां भी हर साल 1 लाख से 4 लाख तक लोग जहरीले सांपों का शिकार बनते हैं. अफ्रीका के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में प्राथमिक मेडिकल की कमी इस संकट को और बढ़ा देती है.
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किस देश में सांप के काटने से सबसे ज्यादा मौत? (Most Snake Bite Deaths country in World)
जहरीले सांपों के काटने से होने वाली मौतों में भी एशिया पहले नंबर पर है. आंकड़े बताते हैं कि हर साल 15,000 से 55,000 लोगों की जान एशिया महाद्वीप में इस कारण जाती है. वहीं अफ्रीका में यह संख्या 3,500 से 32,000 के बीच मानी जाती है.
जहरीले सांप का काटना सिर्फ जानलेवा ही नहीं होता, बल्कि इसके लंबे समय तक असर रहने वाले दुष्परिणाम भी होते हैं. कई मामलों में जहर शरीर की ऊतकों (टिश्यू) को नष्ट कर देता है, जिससे गंभीर दर्द, सूजन, या अंगों का स्थायी नुकसान हो सकता है. विशेषज्ञ बताते हैं कि शरीर के जिस हिस्से में काटा जाता है, वहीं के ऊतकों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है. मसलन, पैर में काटने पर चलने-फिरने की क्षमता प्रभावित हो सकती है. इलाज में देरी से स्थिति और बिगड़ जाती है.
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देखें Snake Bite Deaths की लिस्ट
क्रम | देश | मामले (संख्या) | मृत्यु दर (%) |
---|---|---|---|
1 | India | 51,100 | 4 |
2 | Pakistan | 2,070 | 1.06 |
3 | Nigeria | 1,460 | 1.13 |
4 | Bangladesh | 1,170 | 0.78 |
5 | DR Congo | 545 | 1.29 |
6 | Ethiopia | 499 | 1.07 |
7 | Kenya | 349 | 1.63 |
8 | Somalia | 317 | 4.5 |
9 | Burkina Faso | 279 | 2.04 |
10 | Cameroon | 264 | 1.68 |
11 | Ivory Coast | 256 | 1.78 |
12 | Ghana | 245 | 1.34 |
13 | Chad | 236 | 2.57 |
14 | Nepal | 234 | 0.9 |
15 | Mali | 234 | 1.68 |
16 | Brazil | 233 | 0.11 |
17 | China | 223 | 0.01 |
18 | Niger | 223 | 1.66 |
19 | Tanzania | 211 | 0.78 |
20 | Guinea | 191 | 2.35 |
यह डेटा दुनिया भर में सांप काटने से होने वाली मौतों और मामलों को दर्शाता है. भारत इस सूची में सबसे ऊपर है, जहां 51,100 मामले और 4% मृत्यु दर दर्ज की गई है. यह बताता है कि भारत में सांप काटने की घटनाएं न केवल आम हैं, बल्कि घातक भी हैं. अफ्रीकी देशों जैसे नाइजीरिया, केन्या, सोमालिया, और चाड में भी मृत्यु दर काफी अधिक है, जो 1.5% से 4.5% के बीच है. यह संकेत देता है कि इन देशों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी, जागरूकता की कमी और समय पर इलाज न मिल पाने से हालात गंभीर हैं. विकसित देशों जैसे अमेरिका, चीन, और यूरोप के अधिकांश देशों में मृत्यु दर 0.01% या उससे भी कम है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं और प्रभावी इलाज वहां उपलब्ध हैं. कुल मिलाकर यह डेटा यह दिखाता है कि गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों में सांप काटने से मौत का खतरा कहीं अधिक है.
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सांप के काटने पर क्या करें? (What To Do by Snake Bite)
डॉक्टरों की सलाह है कि सांप के काटने के तुरंत बाद नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल पहुंचना चाहिए. समय पर एंटीवेनम यानी विषरोधी इंजेक्शन मिलने से मौत और गंभीर जटिलताओं से बचा जा सकता है. दुनिया भर में जहरीले सांपों का खतरा बना हुआ है, लेकिन एशिया और अफ्रीका जैसे महाद्वीपों में यह एक स्वास्थ्य आपातकाल का रूप ले चुका है. सरकारों को चाहिए कि वे ग्रामीण इलाकों में जागरूकता, प्राथमिक चिकित्सा और एंटीवेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करें, ताकि इस मौन संकट से हजारों लोगों के जीवन को बचाया जा सकें.
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