अंतरिक्ष एजेंसी का क्या है कहना
अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करने से पहले 5,400 पौंड (2,450 किलोग्राम) वजन वाले इस उपग्रह का अधिकांश हिस्सा जल जाएगा, लेकिन कुछ टुकड़ों के बचकर धरती पर भी गिरने की संभावना है. नासा का कहना है कि किसी के मलबे की चपेट में आने और घायल होने की आशंका लगभग 9,400 में से एक है.
अमेरिकी रक्षा विभाग ने कही यह बात
अमेरिकी रक्षा विभाग के अनुसार, उपग्रह के रविवार रात नीचे आने की उम्मीद है और इसके मलबे को धरती तक का सफर तय करने में 17 घंटे लगेंगे. कैलिफोर्निया स्थित एयरोस्पेस कॉरपोरेशन ने हालांकि, उपग्रह के मलबे के सोमवार तक अफ्रीका, खाड़ी क्षेत्र और उत्तर एवं दक्षिण अमेरिका के विभिन्न हिस्सों में गिरने का अनुमान जताया है.