हालांकि अब इन तमाम अटकलों पर पाकिस्तान सरकार की तरफ से सफाई आ गई है. गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गुरुवार को इन खबरों को सिरे से खारिज करते हुए इन्हें “दुर्भावनापूर्ण प्रचार अभियान” करार दिया. उन्होंने साफ किया कि न तो राष्ट्रपति जरदारी के इस्तीफे की कोई योजना है, न ही सेना प्रमुख को राष्ट्रपति बनाए जाने पर कोई विचार चल रहा है.
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मोहसिन नकवी ने कहा कि इस तरह की अफवाहों का मकसद पाकिस्तान की राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व के बीच फूट डालना है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर, तीनों के बीच आपसी रिश्ते मजबूत और सम्मानजनक हैं. गृह मंत्री के मुताबिक, इस तरह की झूठी खबरें फैला कर देश की स्थिरता को कमजोर करने की साजिश की जा रही है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए यह भी कहा कि सरकार जानती है कि इन अफवाहों के पीछे कौन लोग हैं, वे क्या मकसद रखते हैं और इससे किसे फायदा मिल रहा है. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया.
मोहसिन नकवी ने बताया कि इन झूठी चर्चाओं से खुद राष्ट्रपति जरदारी भी आहत हैं और उन्होंने भी इसे गंभीरता से लिया है. ऐसे में सरकार ने साफ कर दिया है कि सत्ता या नेतृत्व में किसी भी तरह के बदलाव की न तो कोई योजना है और न ही कोई चर्चा. गौरतलब है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर यह झूठी खबर फैलाई गई कि फील्ड मार्शल की उपाधि प्राप्त कर चुके जनरल आसिम मुनीर को जल्द ही राष्ट्रपति बनाया जाएगा और इसके लिए जरदारी इस्तीफा देने वाले हैं. सरकार ने अब इस भ्रम को पूरी तरह साफ कर दिया है.