संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक को रविवार को लिखे गए एक पत्र में दक्षिण प्रशांत द्वीप राष्ट्र के राष्ट्रीय आपदा केंद्र के कार्यवाहक निदेशक ने कहा कि भूस्खलन में 2000 से अधिक लोग जिंदा दफन हो गए और बड़ा विनाश हुआ. भूस्खलन के बाद से हताहत हुए लोगों की संख्या का अनुमान व्यापक रूप से अलग-अलग है और अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अधिकारियों ने पीड़ितों की संख्या कैसे गिनी. ऑस्ट्रेलिया ने पापुआ न्यू गिनी में भूस्खलन स्थल पर मदद के लिए विमान और अन्य उपकरण भेजने की सोमवार को तैयारी की.
पापुआ न्यू गिनी के पहाड़ी इलाकों में रात भर हुई बारिश के बाद यह आशंका पैदा हो गई है कि जिस कई टन मलबे में सैकड़ों ग्रामीण दबे हैं, वह खतरनाक रूप से अस्थिर हो सकता है. ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्ल्स ने कहा कि उनके अधिकारी शुक्रवार से पापुआ न्यू गिनी के अपने समकक्षों के साथ बात कर रहे हैं. देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत में शुक्रवार को भूस्खलन हुआ था. इस भूस्खलन में मारे गए छह लोगों के शव बरामद हुए हैं.
बढ़ता जा रहा है भूस्खलन का दायरा
पापुआ न्यू गिनी सरकार ने दावा किया है कि भूस्खलन के कारण 2000 से अधिक लोग जिंदा दफन हो गए है. इसके अलावा कई इमारते को भारी नुकसान पहुंचा है. सरकार ने कहा है कि भूस्खलन का दायरा लगातार बढ़ रहा है. ऐसा ही हाल रहा तो आने वाले समय में खतरा और बढ़ेगा. सबसे बड़ी बात की भूस्खलन के कारण क्षेत्र को जोड़ने वाले रास्ते भी कट गये हैं. जिस कारण राहत और बचाव कार्य में भी काफी परेशानी हो रही है.
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