पापुआ न्यू गिनी में कोविड महामारी पर बोले पीएम मोदी
पापुआ न्यू गिनी पहुंचकर पीएम मोदी ने कई अहम मुद्दों पर बात की. बात करते हुए उन्होंने कोविड महानारी का मुद्दा भी उठाया. कोरोना महामारी के दौरान भारत की भूमिका पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि- कोविड महामारी का असर सबसे ज्यादा ग्लोबल साउथ के देशों पर पड़ा. जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदा, भुखमरी, गरीबी और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पहले से ही थीं, अब नई समस्याएं पैदा हो रही हैं… मुझे खुशी है कि भारत मुश्किल की घड़ी में अपने मित्र प्रशांत द्वीपीय देशों के साथ खड़ा रहा.
जिन पर हमने भरोसा किया, वे जरूरत पड़ने पर हमारे साथ नहीं खड़े रहे
पापुआ न्यू गिनी में तीसरे भारत-पैसिफिक द्वीप सहयोग (FIPIC) शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कहा- आज हम ईंधन, भोजन, उर्वरक और फार्मा की आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान देख रहे हैं. जिन पर हमने भरोसा किया, वे जरूरत पड़ने पर हमारे साथ नहीं खड़े रहे. पीएम मोदी ने बात करते हुए कहा कि- भारत जी-20 के माध्यम से वैश्विक दक्षिण की चिंताओं, उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को दुनिया तक पहुंचाना अपनी जिम्मेदारी समझता है. पिछले दो दिनों में G7 शिखर सम्मेलन में भी मेरा यही प्रयास था.
विकास भागीदार होने पर जताया गर्व
पीएम मोदी ने कहा कि- मेरे लिए आप बड़े समुद्री देश हैं न कि छोटे द्वीप देश. पीएम मोदी ने आगे कहा कि- भारत को आपका विकास भागीदार होने पर गर्व है. आप एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भारत पर भरोसा कर सकते हैं. हम बिना किसी हिचकिचाहट के आपके साथ अपने अनुभव और क्षमताओं को साझा करने के लिए तैयार हैं. हम बहुपक्षवाद में विश्वास करते हैं और एक मुक्त, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक का समर्थन करते हैं.