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Rising Sea Levels Threaten in Hindi: क्यों है इन देशों को भारी खतरा?
वैज्ञानिकों के अनुसार, ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण ध्रुवीय क्षेत्रों की बर्फ बहुत तेजी से पिघल रही है, जिससे समुद्र का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. यह प्रक्रिया आने वाले दशकों में और तेज हो सकती है. बढ़ते तापमान से समुद्री जल गर्म होता है, जिससे उसका आयतन बढ़ता है और समुद्र स्तर और अधिक ऊपर आता है. इस कारण समुद्र किनारे बसे देशों और द्वीपों पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है.
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किन देशों पर है सबसे ज्यादा खतरा?
विशेषज्ञों का कहना है कि मालदीव, तुवालु, किरिबाती और मार्शल आइलैंड्स जैसे द्वीपीय देशों पर समुद्र के बढ़ते जलस्तर का सबसे अधिक खतरा है. इन देशों की अधिकांश आबादी समुद्र तल से महज कुछ मीटर की ऊंचाई पर रहती है, जिससे वे सीधे खतरे की जद में हैं. भारत का पड़ोसी देश बांग्लादेश भी इस खतरे से अछूता नहीं है. 2023 में आई विनाशकारी बाढ़ के दौरान देश के कई तटीय गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए थे, जिससे लाखों लोगों को विस्थापन झेलना पड़ा. इसके बाद बांग्लादेश सरकार ने चेताया था कि अगर तापवृद्धि की यही गति बनी रही, तो आने वाले वर्षों में देश के अधिकांश तटीय इलाके समुद्र में समा सकते हैं.
मालदीव में इन्फ्रास्ट्रक्चर सुरक्षा की तैयारी, लेकिन चिंता बरकरार
मालदीव सरकार ने 2023 में समुद्र के खतरे को देखते हुए बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करने की योजना शुरू की थी. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर समुद्र का जलस्तर लगातार बढ़ता रहा, तो ये प्रयास भी व्यर्थ हो सकते हैं.
मुंबई जैसे महानगरों पर भी खतरे की घंटी
संयुक्त राष्ट्र समेत कई वैश्विक संस्थाओं ने चेताया है कि मुंबई, न्यूयॉर्क और शंघाई जैसे तटीय महानगरों पर भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इन शहरों में निकट भविष्य में भारी बाढ़ आ सकती है, जिससे लाखों लोग बेघर और हजारों की जान जा सकती है.
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