हाउस ऑफ लॉर्ड्स में उठा मामला
यह मुद्दा 7 जुलाई को उस समय चर्चा में आया जब हाउस ऑफ लॉर्ड्स में सदस्य लॉर्ड साहोता ने रक्षा मंत्री लॉर्ड कोकर से सिख रेजीमेंट की प्रगति पर सवाल किया. जवाब में कोकर ने कहा, “मैं इस सुझाव पर विचार करूंगा और उनसे मिलकर देखूंगा कि सिख सैनिकों के योगदान को कैसे और बेहतर पहचाना जा सकता है.”
लॉर्ड कोकर के इस बयान के बाद कई मीडिया संस्थानों ने यह शीर्षक दिया कि “ब्रिटेन सिख रेजीमेंट पर विचार कर रहा है.” इससे सिख समुदाय और राजनीतिक हलकों में उम्मीद की लहर दिखी, लेकिन अधिकारिक रूप से कोई पुष्टि नहीं हुई.
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लॉर्ड साहोता का पक्ष
लॉर्ड साहोता, जिनके दादा ब्रिटिश इंडियन आर्मी की 15वीं पंजाब रेजीमेंट में थे, ने कहा कि यह प्रस्ताव यूके के Equality Act के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि गोरखा ब्रिगेड, रॉयल वेल्श, रॉयल यॉर्कशायर और रॉयल स्कॉटलैंड रेजीमेंट जैसे जातीय या क्षेत्रीय आधार पर बनी रेजीमेंट पहले से ही मौजूद हैं.
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Sikh Regiment in Hindi: ब्रिटिश सेना में सिखों की वर्तमान स्थिति
फिलहाल ब्रिटिश सेना में लगभग 200 सिख सैनिक कार्यरत हैं. ये सैनिक विभिन्न शाखाओं में सेवाएं दे रहे हैं और सेना में उनकी भूमिका सराहनीय रही है. सिख रेजीमेंट की जड़ें ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना से जुड़ी हैं. प्रथम विश्व युद्ध में 1 लाख से अधिक सिख सैनिकों ने हिस्सा लिया था. द्वितीय विश्व युद्ध में यह संख्या बढ़कर 3 लाख से अधिक हो गई. कई सिख सैनिकों को विक्टोरिया क्रॉस, जो ब्रिटेन का सर्वोच्च सैन्य सम्मान भी मिला.