Mount Everest: कामी रीता कौन हैं? जिन्होंने 31 बार एवरेस्ट फतह किया
Mount Everest: आइए जानते हैं कामी रीता के बारे में.
By Aman Kumar Pandey | May 27, 2025 2:50 PM
Mount Everest: प्रसिद्ध नेपाली शेरपा गाइड कामी रीता ने एक बार फिर इतिहास रचते हुए दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को 31वीं बार फतह कर लिया है. इस सफलता के साथ ही उन्होंने माउंट एवरेस्ट पर सबसे अधिक बार चढ़ाई का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मंगलवार को वे सुबह लगभग चार बजे 8,849 मीटर ऊंची इस चोटी पर पहुंचे. यह जानकारी पर्वतारोहण अभियान आयोजित करने वाली संस्था ‘सेवन समिट ट्रेक्स’ के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा ने दी.
55 वर्षीय कामी रीता ने इस बार भारतीय सेना के ‘एडवेंचर विंग एवरेस्ट’ अभियान दल की अगुवाई की, जिसकी कमान लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज जोशी के हाथों में थी. मिंगमा शेरपा ने कहा कि कामी रीता का यह रिकॉर्ड बेजोड़ है और उनके आस-पास भी फिलहाल कोई अन्य पर्वतारोही नहीं पहुंच पाया है. उन्होंने बताया कि शिखर पर सफलतापूर्वक पहुंचने के बाद कामी रीता सुरक्षित हैं और अब वापसी की राह पर हैं.
कामी रीता की पर्वतारोहण यात्रा 1992 में शुरू हुई थी, जब उन्होंने एक सहायक कर्मचारी के रूप में एवरेस्ट पर चढ़ाई अभियान में भाग लिया था. तब से लेकर अब तक वे लगातार हिमालयी चोटियों को चुनौती देते आ रहे हैं. ‘सेवन समिट ट्रेक्स’ के अभियान निदेशक छांग दावा शेरपा ने बताया कि कामी रीता ने 1994 से 2025 के बीच न सिर्फ माउंट एवरेस्ट, बल्कि के2, माउंट लोत्से, मनास्लू और चो ओयू जैसी अन्य दुर्गम चोटियों को भी सफलतापूर्वक फतह किया है. इनमें के2 और लोत्से को एक-एक बार, मनास्लू को तीन बार तथा चो ओयू को आठ बार चढ़ा है.
हर साल दुनिया भर से सैकड़ों पर्वतारोही नेपाल आकर माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का सपना पूरा करने की कोशिश करते हैं. लेकिन कामी रीता की निरंतर सफलता और उनकी बेमिसाल दक्षता उन्हें बाकी सबसे अलग बनाती है. 1953 में पहली बार एवरेस्ट की चढ़ाई न्यूजीलैंड के सर एडमंड हिलेरी और नेपाली शेरपा तेनजिंग नॉरगे ने की थी, लेकिन तब से अब तक किसी ने इतने बार इस शिखर को नहीं छुआ जितना कामी रीता ने. उनकी उपलब्धि न केवल नेपाल के लिए, बल्कि समूचे पर्वतारोहण जगत के लिए प्रेरणास्रोत है.