इससे पहले, भारतीय विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम जारी किया था, जिसमें उनकी क्वॉड बैठक में भागीदारी और अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम शामिल हैं. रॉयटर्स के अनुसार, इस दौरान मोदी की ट्रंप से भी मुलाकात हो सकती है. ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल (2017-2021) के दौरान पीएम मोदी और उनके बीच गहरी साझेदारी देखने को मिली थी. ह्यूस्टन में “हाउडी मोदी” और भारत में “नमस्ते ट्रंप” जैसे आयोजन इस सहयोग का प्रतीक थे, जिसने वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित किया था.
इसे भी पढ़ें: क्या आपको पता है भारत की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली ट्रेन? अरबों रुपए कमाए, नहीं होगा भरोसा
ट्रंप और मोदी के संबंधों ने अमेरिका-भारत संबंधों को और मजबूत किया. खासकर, दोनों नेताओं ने रक्षा और रणनीतिक मुद्दों पर, विशेष रूप से चीन के बढ़ते प्रभाव का सामना करने के लिए सहयोग बढ़ाया. व्यापार संबंधी विवादों के बावजूद दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग में उल्लेखनीय प्रगति हुई, जिसमें “क्वॉड” पहल महत्वपूर्ण रही.
पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान, वह 21 सितंबर को डेलावेयर के विलमिंगटन में चौथे क्वाड समिट में हिस्सा लेंगे, जिसकी मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन करेंगे. इस शिखर सम्मेलन में क्वॉड देशों की पिछले एक वर्ष की उपलब्धियों की समीक्षा की जाएगी और भविष्य के लिए एजेंडा तय किया जाएगा. 22 सितंबर को पीएम मोदी न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे और एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग, सेमीकंडक्टर तथा जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे.
इसे भी पढ़ें: राजधानी दिल्ली के करोलबाग में बड़ा हादसा, मकान गिरने से कई लोगों के दबे होने की आशंका
इसके अलावा, 23 सितंबर को पीएम मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के शिखर सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे, जिसका विषय ‘बेहतर भविष्य के लिए बहुपक्षीय समाधान’ होगा. इस दौरान पीएम मोदी कई वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे.