Career options after 10th : दसवीं के बाद तैयार करें करियर का रोडमैप

दसवीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए विषयों का चयन करना छात्रों के लिए अहम निर्णय है. आज के समय में एजुकेशनल कोर्सेज के साथ स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स की विविधता छात्रों को अवसरों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है. ऐसे में जरूरी है कि आप अच्छी तरह से सोच-विचार कर सही विकल्प के चयन के साथ सफलता का रोडमैप तैयार करें...

By Prachi Khare | May 16, 2025 6:25 PM
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Career options after 10th : दसवीं के अंक यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि किसी छात्र को सफल करियर के लिए किन विषयों के साथ आगे बढ़ना चाहिए. अधिकतर छात्र विषयों में प्राप्त परसेंटेज के आधार पर ही यह तय करते हैं कि वे आर्ट्स या कॉमर्स से बारहवीं करेंगे या फिर साइंस स्ट्रीम लेंगे. कुछ छात्र ऐसे भी हैं, जो दसवीं के बाद बारहवीं के पारंपरिक विकल्प चुनने की बजाय जॉब ओरिएंटेड कोर्स करना या सरकारी नौकरी की तैयारी की राह पर चलना पसंद करते हैं. आप अगर अभी तक यह तय नहीं कर पाये हैं कि दसवीं के बाद आपको क्या करना है, तो दिये गये विकल्पों के साथ सही निर्णय लेकर उज्ज्वल भविष्य के सफर की शुरुआत कर सकते हैं.  

बारहवीं से तैयार करें भविष्य का मजबूत आधार

दसवीं के बाद अधिकतर छात्र पारंपरिक राह पर चलते हुए अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करना पसंद करते हैं. आप अगर मेडिकल, इंजीनियरिंग या ऐसे करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं, जिसकी राहें बारहवीं की परीक्षा के बाद खुलती हैं, तो दसवीं के अंकों के आधार पर अपने लिए विषयों का चयन कर सकते हैं. आपके पास कॉमर्स व आर्ट्स स्ट्रीम के साथ भी आगे बढ़ने का विकल्प है.
साइंस स्ट्रीम : आप पीसीएम (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स), पीसीएमबी (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स व बायो) एवं पीसीबी (फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी) में से किसी एक ग्रुप का चयन कर सकते हैं.
कॉमर्स स्ट्रीम : कॉमर्स स्ट्रीम आपको चार्टर्ड अकाउंटेंट, एमईसी (मैथमेटिक्स, इकोनॉमिक्स एवं कॉमर्स), सीईसी (कॉमर्स, इकोनॉमिक्स एवं सिविक्स), बैंकिंग, मैनेजमेंट आदि विकल्पों के साथ आगे बढ़ने का मौका देगी.
आर्ट्स स्ट्रीम : इस स्ट्रीम से अकादमिक क्षेत्र, स्कूल टीचिंग, लॉ,  फाइन आर्ट्स, डिजाइन, हिस्ट्री, आर्कियोलॉजी, जर्नलिज्म, मास कम्युनिकेशन, परफॉर्मिंग आर्ट्स आदि क्षेत्र में करियर बनाने के रास्ते खुलेंगे. इसमें से कई वकिल्प साइंस व कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए भी उपयुक्त हैं.  

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ड्रोन टेक्नीशियन जैसे नये कोर्स के साथ करें आईटीआई

इंडस्ट्री की मांग के अनुसार आइटीआइ संस्थानों में नये टेक्निकल कोर्स शुरू किये गये हैं. इनमें ड्रोन टेक्नीशियन, फैशन डिजाइन एवं टेक्नोलॉजी, एडवांस मशीन टूल ऑपरेटर आदि शामिल हैं. आइटीआइ में आप दो विकल्प, इंजीनियरिंग व नॉन-इंजीनियरिंग चुन सकते हैं…
इंजीनियरिंग : इसमें आप ड्रोन टेक्नीशियन, एडवांस मशीन टूल ऑपरेटर, इलेक्ट्रीशियन, मेकेनिक, प्लंबर, फिटर, वेल्डर, वायरमैन, ड्राफ्ट्समैन, कारपेंटर, ऑपरेटर (प्लास्टिक प्रोसेसिंग), मेंटेनेंस, टर्नर, मेकेनिक (मोटर वाहन, डीजल, रेडियो एवं टीवी, इलेक्ट्रॉनिक, रेफ्रिजरेशन और एसी), मोल्डर आदि में सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं.
नॉन-इंजीनियरिंग : इसके अंतर्गत आपको डेटा प्रिपरेशन एंड कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, ड्राइवर, मेकेनिक, हाउस कीपिंग, एंब्रॉयडरी एंड निडल वर्क, फुटवियर, पैटर्न मेकर, स्टेनोग्राफी, क्राफ्टमैन, फूड प्रोडक्शन, डिजिटल फोटोग्राफर, लेदर गुड्स मेकर, ओल्ड एज केयर, प्री-प्रिपरेटरी स्कूल मैनेजमेंट असिस्टेंट आदि ट्रेड्स में सर्टिफिकेट प्राप्त होगा.
अवधि एवं मान्यता : ट्रेड के अनुसार आइटीआइ कोर्स की अवधि छह माह से दो साल तक हो सकती है. कोर्स के समापन पर अभ्यर्थियों को ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट क्वालीफाइ करना होता है, जिसे पास करने पर नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है.
करियर राहें : आइटीआइ करने के बाद सरकारी व निजी दोनों क्षेत्रों में काम कर सकते हैं. आप चाहें तो अपना स्वयं का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं.

डिप्लोमा कोर्स से बनेगी जॉब सेक्टर में प्रवेश की राह

जल्द नौकरी से जुड़ने का इरादा रखनेवाले दसवीं पास युवाओं के लिए ऐसे कई डिप्लोमा कोर्स हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद आप तुरंत करियर शुरू कर सकते हैं. आपको बस यह सुनिश्चित करना होगा कि आप किस क्षेत्र से संबंधित डिप्लोमा करना चाहते हैं. इसके लिए आप पॉलिटेक्निक या अन्य संस्थानाे का रुख कर सकते हैं. आपके लिए िनम्न क्षेत्रों में डिप्लामा प्राप्त करने का विकल्प है…
मैनेजमेंट : मैनेजमेंट सेक्टर में आप बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, इवेंट मैनेजमेंट एवं कैटरिंग आदि डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं. इन कोर्सेज से आपके िलए मेंटेनेंस मैनेजर, फ्रंट ऑफिस मैनेजर एवं होटल असिस्टेंट बनने के रास्ते खुलेंगे.
डिजाइन : डिजाइन के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आपके पास फाइन आर्ट्स, फैशन टेक्नोलॉजी, मल्टीमीडिया, एनीमेशन, इंटीरियर डिजाइन, टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, सिरेमिक टेक्नोलॉजी आदि से संबंधित डिप्लोमा कोर्स करने के विकल्प हैं.
इंजीनियरिंग : दसवीं के बाद किये जानेवाले इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स की अवधि तीन वर्ष होती है. आप डिप्लोमा करने के बाद बीटेक में लेटरल एंट्री भी ले सकते हैं. इंजीनियरिंग डिप्लोमा के लिए रोबोटिक्स, एरोनॉटिकल, ऑटोमोबाइल, केमिकल, सॉफ्टवेयर, प्लास्टिक एवं रबर टेक्नोलॉजी, एनवायरनमेंट, आर्किटेक्चर, पेट्रोलियम आदि का चयन कर सकते हैं.
अन्य डिप्लोमा कोर्स : आपके पास एग्रीकल्चर, ब्यूटी केयर, कॉस्मेटोलॉजी, कॉर्मशियल प्रैक्टिस, साइबर सिक्योरिटी, डेंटल मेकेनिक्स, फार्म मैनेजमेंट, डांस एवं म्यूजिक, आर्ट टीचिंग एवं स्टेनोग्राफी जैसे विषयों के साथ डिप्लोमा करने का ऑप्शन भी है.

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