CBSE Bharatiya Bhasha camps: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) देश भर में स्थित अपने संबद्ध स्कूलों में भारतीय समर भाषा कैंप का आयोजन करने जा रहा है. छात्रों की गर्मी की छुट्टियों को ध्यान में रखते हुए आयोजित किये जानेवाले इस कैंप का उद्देश्य छात्रों को एक से अधिक भारतीय भाषाओं को सीखने के लिए प्रेरित करना है. सीबीएसई की ओर से उठाया गया है कदम नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020 के बहुभाषावाद और सांस्कृतिक समझ पर ध्यान केंद्रित करने के अनुरूप है.
नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) की ओर से जल्द ही मानकीकृत मार्गदर्शन सामग्री और 22 अनुसूचित भारतीय भाषाओं को कवर करने वाला एक शॉर्ट कोर्स जारी किया जायेगा. ये सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध होगी. एनसीईआरटी, स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) और डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूशंस (डीआईईटी) की ओर से ऑडियो-विजुअल सपोर्ट प्रदान किया जायेगा. कुछ सामग्री पीएम-ई-विद्या चैनलों पर भी प्रसारित की जा सकती है.
कैंप में शामिल होंगी कई एक्टिविटीज
सीबीएसई की ओर से इन कैंप्स को लोकल एकेडमिक कैलेंडर के आधार पर फ्लेक्सिबल सिड्यूल के साथ गर्मी की छुट्टियों के दौरान संचालित किया जायेगा. एनसीईआरटी नोडल एजेंसी के रूप में टेक्निकल सपोर्ट और लर्निंग मटीरियल उपलब्ध करायेगी. राज्य शिक्षा विभाग, एससीईआरटी और डीआईईटी राज्य और जिला स्तर पर गतिविधियों का समन्वय करेंगे. प्रत्येक कैंप 28 घंटे तक चलेगा और हर विद्यालय में 75-100 छात्र इसका हिस्सा बन सकेंगे. कैंप में संचालित एक्टिविटीज में इंट्रोडक्शन, वोकेबुलरी बिल्डिंग, प्रैक्टिकल कंवर्सेशन, कल्चरल लर्निंग और कांफिडेंस को बूस्ट करनेवाले सेशंस शामिल होंगे.
इसे भी पढ़ें : Career Options after 12th : क्रिएिटविटी व स्किल्स के साथ बारहवीं के बाद करें कुछ खास
हिस्सा लेनेवाले छात्रों को मिलेगा सर्टिफिकेट
स्कूल लोकल शिक्षकों की उपलब्धता और क्षेत्रीय आवश्यकताओं के आधार पर शिक्षण भाषाओं का चयन करेंगे. वे समुदाय के स्वयंसेवकों के साथ-साथ मौजूदा भाषा, कला या संगीत शिक्षकों का उपयोग कर सकते हैं. यह कार्यक्रम खरीदारी संबंधी भूमिका निभाने और रास्ता पूछने जैसे इंटरेक्टिव अभ्यासों के माध्यम से व्यावहारिक संचार पर केंद्रित है. संगीत, नृत्य और कहानी सुनाना जैसी सांस्कृतिक एक्टिविटीज कैंप का हिस्सा होंगी. सात दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत बुनियादी अभिवादन और वर्चुअल सिटी टूर से होगी, जो स्थानीय भोजन और इतिहास तक आगे बढ़ेगी. कैंप के अंतिम दिन में स्टूडेंट परफॉर्मेंस, लैंग्वेज कॉन्टेस्ट और सर्टिफिकेट डिस्ट्रिब्यूशन कराया जायेगा.
कैंप का हिस्सा बननेवाले स्कूलों को एक्टिविटीज की तस्वीरों के साथ ऑनलाइन रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी. यह पहल ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान का समर्थन करती है, जिसका उद्देश्य भाषा शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देते हुए भारत की भाषाई विविधता को संरक्षित करना है.
इसे भी पढ़ें : Career options after 10th : दसवीं के बाद तैयार करें करियर का रोडमैप