इस कोर्स को मनोविज्ञान विभाग द्वारा शुरू किया जा रहा है. यह चार क्रेडिट का वैकल्पिक विषय होगा, जिसे किसी भी फैकल्टी के छात्र चुन सकते हैं. खास बात यह है कि कोर्स में कोई प्रैक्टिकल नहीं होगा, लेकिन ट्यूटोरियल में फिल्म समीक्षा, सोशल मीडिया एनालिसिस, ग्रुप डिस्कशन और डेटिंग कल्चर पर बहस जैसी एक्टिविटीज होंगी.
क्या पढ़ाया जाएगा इस कोर्स में?
कोर्स को चार यूनिट्स में बांटा गया है:
- रिश्तों की मनोवैज्ञानिक समझ – दोस्ती और प्रेम की परिभाषा.
- प्रेम और लैंगिकता की थ्योरीज – जैसे स्टीर्नबर्ग की ट्रायएंगल लव थ्योरी.
- रिश्तों के खतरे – जलन, कंट्रोल और मानसिक हिंसा को पहचानना.
- स्वस्थ रिश्तों की रणनीतियां – सम्मान और बातचीत की भूमिका.
कोर्स में ‘कबीर सिंह’ और ‘टाइटैनिक’ जैसी फिल्मों का विश्लेषण कर यह समझाया जाएगा कि सिनेमा में प्यार को कैसे दिखाया जाता है और वह वास्तविक रिश्तों को कैसे प्रभावित करता है.
क्यों जरूरी है ये कोर्स?
आज के युवा तेजी से बनते-बिगड़ते रिश्तों और सोशल मीडिया के प्रभाव के चलते कई बार मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं. विश्वविद्यालय का मानना है कि यह कोर्स युवाओं की Emotional Intelligence बढ़ाएगा और उन्हें मजबूत मानसिक आधार देगा.
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