Education News: साल 2026 से बीएड-एमएड और आईटीइपी में राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा से होगा एडमिशन, जानें प्रक्रिया
Education News: साल 2026 से बीएड-एमएड और आईटीइपी में राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा से एडमिशन होगा. स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के मकसद से इसे लागू किया जा रहा है.
By Radheshyam Kushwaha | February 24, 2025 5:42 AM
Education News: पटना. शैक्षणिक सत्र 2026-27 से बीएड, एमएड और चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आइटीइपी) में एडमिशन राष्ट्रीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) इनके लिए तीन अलग-अलग राष्ट्रीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा लेगा. प्रवेश परीक्षा में हासिल अंक के आधार पर मेरिट लिस्ट बनेगी. इसी के आधार पर एडमिशन होगा. इसकी घोषणा इसी साल के अंत तक होगी. इसके बाद इन कोर्स की पढ़ाई करवाने वाले कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को एनटीए के पास इन राष्ट्रीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए पंजीकरण करना होगा, ताकि छात्रों को पता लग सके कि उनके पास दाखिले के लिए कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं.
अभी एडमिशन के लिए अलग-अलग प्रवेश प्रक्रिया
स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के मकसद से इसे लागू किया जा रहा है. सत्र 2026 से बीएड, एमएड और 12वीं कक्षा के बाद शिक्षक बनने वाले प्रोग्राम यानी चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम की एडमिशन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव होगा. अभी तक बीएड की पढ़ाई करवाने वाले कॉलेज और विश्वविद्यालय नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, विश्वविद्यालयों की अपनी प्रवेश परीक्षा और अंकों के अन्य मानकों के आधार पर मेरिट तैयार करके सीट आवंटित करते हैं. एनसीटीइ के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनइपी) के तहत एनसीटीइ रेग्यूलेशन 2025 तैयार किया गया है.
स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर फोकस है
एनइपी 2020 के तहत शिक्षक बनने के इन सभी प्रोग्राम के कोर्स में बदलाव किया गया है. नये कोर्स के तहत शिक्षक बनने के इन प्रोग्राम की पढ़ाई के साथ गुणवत्ता बेहद जरूरी है. इसीलिए अगले शैक्षणिक सत्र से बीएड के इन सभी प्रोग्राम में एडमिशन राष्ट्रीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर मिलेगा. बीएड कोर्स की पढ़ाई करवाने वाले सभी कॉलेजों को इसी मेरिट से ही दाखिला सीट देनी होगी. इससे पारदर्शिता आयेगी.