Fathers Day Poems 2025 in Hindi: फादर्स डे पर कविताएं ऐसे पढ़ें छात्र, पाएं पिता का आशीर्वाद!

Fathers Day Poems 2025 in Hindi: फादर्स डे 2025 पर छात्र अगर भावनाओं से भरी हिंदी कविताएं पढ़ें, तो हर पिता का दिल पिघल सकता है. स्कूलों में या घर पर इन कविताओं को पढ़कर बच्चे अपने प्यार और सम्मान को सुंदर शब्दों में बयां कर सकते हैं. ये कविताएं रिश्ते को और भी गहरा बना देती हैं.

By Shubham | June 14, 2025 11:59 PM
an image

Fathers Day Poems 2025 in Hindi: हर वर्ष जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है. यह दिन बच्चों के लिए अपने पिता के त्याग और समर्पण के लिए आभार प्रकट का मौका होता है. इस दिन बच्चे अपने पापा को गिफ्ट्स, प्यार भरे मैसेज और दिल छू लेने वाली कविताएं देकर उन्हें बेहद खास महसूस कराते हैं. भारत में यह दिन अब स्कूलों, कॉलेजों और घरों में एक भावनात्मक अवसर बन चुका है, जहां छात्र कविताओं, भाषण और कार्ड्स के जरिए अपने पिता को स्पेशल महसूस कराते हैं. इसलिए इस लेख में आपके लिए फादर्स डे पर कविता (Fathers Day Poems 2025 in Hindi) दी जा रही है जिससे आप अपनों को खुश कर पाएंगे.

फादर्स डे पर कविताएं (Fathers Day Poems 2025 in Hindi)

रिसर्च और रिपोर्ट्स के अनुसार, फादर्स डे पर कविताएं (Fathers Day Poems 2025 in Hindi) इस प्रकार हैं-

“पापा की गोदी” 

पापा की गोदी जब मिल जाती,

सारी दुनिया अपनी सी लगती

वो नन्हे हाथों में जब थामते,

तो बड़ी-बड़ी मुश्किलें आसान लगती.

यूं ही नहीं सफर आसान होता 

सबकुछ मिल जाता है जब पिता का साथ होता है.

फादर्स डे की शुभकामनाएं पापा.

सोर्स: इंटरनेट, लोक रचनाएं

“पिता” – हरिवंश राय बच्चन

जो अपनी पूरी उम्र दे देता है बच्चों की खुशी में,

जो हर दुख चुपचाप सह जाता है,

वो ही तो होता है पिता.

सोर्स: बच्चन रचनावली (Harivansh Rai Bachchan Poetry Collection)

“मेरे पिता मेरे भगवान”

ईश्वर नहीं दिखते, पर एक चेहरा ऐसा है,

जो हर दर्द को बिना कहे समझ लेता है

वो हैं मेरे पिता, मेरे भगवान.

सोर्स: हिंदी कविता मंच

“पिता एक अहसास” – कुमार विश्वास

मां तो ममता की मूरत है,

पर पिता त्याग की तस्वीर है

वो कम बोलते हैं लेकिन,

हर शब्द में गंभीरता होती है.

हैपी फादर्स डे 2025

सोर्सः कुमार विश्वास यूट्यूब कवि सम्मेलन, 2018

पिता ही सबकुछ है…

पिता रोटी, कपड़ा और मकान होता है

पिता होना कहां आसान होता है

जो खुद धूप में चलकर बच्चों की छांव होता है

उसके लिए सिर्फ एक दिन कहां विस्तार होता है

हम तो अपना पूरा जीवन भी समर्पण करें फिर भी 

पिता का उपकार…उपकार होता है.

छात्र इन कविताओं को कैसे पढ़ें? (Fathers Day Poems 2025 in Hindi)

  • स्कूल असेंबली में: सुबह की सभा में फादर्स डे पर कविता प्रस्तुत करें
  • कक्षा में निबंध या भाषण के साथ: भावनात्मक कविताओं को भाषण के अंत में जोड़ें
  • घर पर पिता को समर्पित करें: एक कार्ड में कविता लिखें और पिता को दें
  • वीडियो बनाएं और शेयर करें: सोशल मीडिया पर या परिवार के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजें.
संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Education News in Hindi: education news, career news, employment news, Job alerts news in Hindi at Prabhat Khabar

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version