IIIT रांची के असिस्टेंट प्रोफेसर को अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि, साउथ कोरिया की यूनिवर्सिटी से मिला आमंत्रण

IIIT Ranchi के कंप्यूटर साइंस विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रंजन बेहरा को Yonsei University, सियोल ने रिसर्च के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने जून-जुलाई 2025 तक वहां शोध कार्य किया. यह यूनिवर्सिटी QS वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष 50 में है. उनका यह योगदान आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मानव व्यवहार विश्लेषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

By Ravi Mallick | August 4, 2025 2:55 PM
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IIIT Ranchi: भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) रांची के कंप्यूटर विज्ञान और अभियांत्रिकी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ रंजन कुमार बेहरा को एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि हासिल हुई है. उन्हें दक्षिण कोरिया की प्रतिष्ठित Yonsei University, सियोल के Soft Computing Laboratory में Visiting Researcher के रूप में आमंत्रित किया गया. उन्होंने वहां 1 जून से 31 जुलाई 2025 तक शोध कार्य किया. गौरतलब है कि यह यूनिवर्सिटी QS World Rankings 2025 में टॉप 50 संस्थानों में शामिल है.

मॉडर्न रिसर्च में अहम रोल

IIIT Ranchi के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ बेहरा ने प्रो सुंग-बे चो के निर्देशन में Continual Learning for Multimodal Human Behavior Prediction शीर्षक शोध परियोजना में योगदान दिया. इस दौरान उन्होंने सेंटिमेंट एनालिसिस और बिहेवियरल मॉडलिंग जैसे जटिल क्षेत्रों में कार्य किया. उनका यह योगदान आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मानव व्यवहार विश्लेषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

अंतरराष्ट्रीय मंच पर बटोरी सराहना

अपने शोधकाल के दौरान 12 जून 2025 को डॉ बेहरा ने एक विशेष व्याख्यान भी दिया. इसका शीर्षक था- Graph Convolutional Embeddings with Reinforcement and Continual Learning for Dynamic Link Prediction. इस व्याख्यान को Yonsei University के शोधकर्ताओं और शिक्षकों ने काफी सराहा. इसकी गहराई और अंतर्विषयक दृष्टिकोण की प्रशंसा की गई.

IIIT Ranchi को मिला गौरव

IIIT रांची के निदेशक प्रो राजीव श्रीवास्तव ने डॉ बेहरा को इस सफलता पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की वैश्विक शोध सहभागिताएं संस्थान की अकादमिक क्षमता और नेतृत्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करती हैं. यह सहयोग न केवल नए शोध अवसरों को जन्म देगा बल्कि छात्रों और शोधकर्ताओं को भी प्रेरित करेगा.

डॉ बेहरा की यह उपलब्धि IIIT रांची के लिए गर्व का विषय है. यह दर्शाता है कि संस्थान वैश्विक शोध समुदाय के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है और भविष्य के लिए नए आयाम गढ़ रहा है.

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