खास मिशन से मिलता है आतंकवाद को जवाब (India Pakistan Conflict)
रिपोर्ट्से के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी तनाव बढ़ता है तो भारतीय सेना आतंकवाद को जवाब देने के लिए खास ऑपरेशन चलाती है. इनमें सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक भी शामिल है. उरी सर्जिकल स्ट्राइक (2016), बालाकोट एयर स्ट्राइक (2019) और हाल ही का ऑपरेशन सिंदूर (2025) ऐसे ही साहसी मिशनों के उदाहरण हैं. ये ऑपरेशन कई दिनों की प्लानिंग और तैयारी के बाद किए जाते हैं.
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सेना की स्पेशल यूनिट्स (India Pakistan Conflict)
किसी भी मिशन की शुरुआत खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी से होती है. जब आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि होती है तो सेना की स्पेशल यूनिट्स जैसे पैरा कमांडो, एनएसजी और एयरफोर्स की टीम को जिम्मेदारी दी जाती है.
हर हाल में जीतना है मकसद (India Pakistan Tension)
इन जांबाजों को बेहद कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग में उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत किया जाता है. जवानों को बर्फीले इलाकों, दुश्मन की सीमा के भीतर जाकर ऑपरेशन करने और हर स्थिति में सफल होकर लौटने की ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग का लेवल काफी कड़ा होता है और इसके लिए बहादुर जांबाजों को तैयार किया जाता है.
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सिर्फ बदला नहीं… सुरक्षा भी मकसद (India Pakistan Conflict in Hindi)
इन ऑपरेशनों का मकसद सिर्फ आतंकियों को जवाब देना नहीं होता बल्कि देश की सुरक्षा और सम्मान को मजबूत करना होता है. ये जांबाज हर वक्त देश के लिए तैयार रहते हैं. उनका साहस और समर्पण हर भारतीय को गर्व करने का मौका देता है.
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