Kanhaiya Kumar Education: बेगूसराय के बीहट गांव से शुरुआत
कन्हैया कुमार का जन्म 1987 में बिहार के बेगूसराय जिले के बेहट गांव में हुआ था. यह इलाका मजदूर आंदोलन और वामपंथी सोच के लिए जाना जाता है. उनका परिवार आर्थिक रूप से सामान्य था, लेकिन शिक्षा के महत्व से वाकिफ था.
सरकारी स्कूल में प्राथमिक शिक्षा
कन्हैया की शुरुआती पढ़ाई गांव के डीएवी स्कूल और फिर सरकारी विद्यालयों में हुई. बचपन से ही वे तेज छात्र माने जाते थे. क्लास में हमेशा आगे रहते थे और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेते थे. उन्होंने दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई बेगूसराय से ही पूरी की.
पटना कॉलेज से बीए की डिग्री
इसके बाद उन्होंने पटना कॉलेज (पटना यूनिवर्सिटी) में बीए (स्नातक) में दाखिला लिया. यहीं से उनकी राजनीतिक सक्रियता शुरू हुई. वे छात्र राजनीति से जुड़े और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा में भाग लेने लगे. पटना कॉलेज में रहते हुए उन्होंने इतिहास विषय से स्नातक की डिग्री ली.
Kanhaiya Kumar Education in Hindi: जेएनयू से मिली असली पहचान
कन्हैया कुमार की असली पहचान बनी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से. उन्होंने यहां से अफ्रीकी अध्ययन (Centre for African Studies, SIS) में एमए, फिर एमफिल, और फिर पीएचडी की पढ़ाई पूरी की. उनकी पीएचडी का रिसर्च टॉपिक था, “The Process of Decolonization and Social Transformation in South Africa”. जेएनयू में रहते हुए वे 2015 में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए और छात्र राजनीति के सबसे चर्चित चेहरों में शामिल हो गए. वे अक्सर कहते हैं कि “शिक्षा अधिकार नहीं, हथियार होनी चाहिए, बदलाव का हथियार.”
अब क्यों हैं चर्चा में?
कन्हैया कुमार इन दिनों बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चर्चा में हैं. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें बिहार में युवाओं और पढ़े-लिखे वर्ग को जोड़ने की जिम्मेदारी दी है. वे संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में जुटे हैं और लगातार जिलों का दौरा कर रहे हैं.
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