अमेरिका में मेडिकल की पढ़ाई का तरीका अलग
भारत में 12वीं के बाद NEET पास कर MBBS में दाखिला मिलता है. लेकिन अमेरिका में डॉक्टर बनने के लिए पहले चार साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स करना होता है. इस ग्रेजुएशन में बायोलॉजी, फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स जैसे विषयों को शामिल करना फायदेमंद होता है, क्योंकि इसके बाद देना होता है MCAT (Medical College Admission Test).
MCAT के बाद मिलता है MD में दाखिला
MCAT स्कोर के आधार पर छात्र को अमेरिका के मेडिकल कॉलेज में MD (Doctor of Medicine) कोर्स के लिए दाखिला मिलता है. यह कोर्स 4 साल का होता है और भारत के MBBS के बराबर माना जाता है. कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स को इंटरनशिप और रेजिडेंसी मिलती है, जिससे उनका मेडिकल करियर शुरू हो जाता है.
अमेरिका की टॉप-10 मेडिकल यूनिवर्सिटीज
अगर आप अमेरिका में मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो ये टॉप यूनिवर्सिटीज आपके लिए बेस्ट विकल्प हैं:
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी
- स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी
- येल यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजेल्स
- कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन-एन आर्बर
- यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन
इन कॉलेजों में एडमिशन के लिए छात्रों को प्रवेश शर्तों और स्कोर का ध्यान रखना जरूरी है.
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