ऐसे हुई है कैंसर की पहचान
दरअसल एक दिन अचानक मौलिक को यूरिनेशन के समय दर्द हुआ जिसके बाद उसकी सोनोग्राफी कराई गई और वहां ट्यूमर का मामला सामने आया, इसके बाद बायोप्सी जांच कराई गई जहां कैंसर का पता लगा. उस वक्त मौलिक कक्षा 11वीं में था और इन सब मुसीबतों से जूझते हुए उसने अपनी पढ़ाई जारी रखी. 12वीं में उसने 94.67 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे और नीट यूजी (NEET UG) में उसने 720 में से 715 अंक हासिल किए.
दर्द और मुश्किलों में बीते कई दिन
मौलिक ने एक इंटरव्यू के दौरान ये बताया कि जून 2022 में उनकी सर्जरी हुई थी, उन्हें ये तो पता था कि उन्हें कैंसर है लेकिक उन्हें ये अनुमान नहीं था कि इसका इलाज करवाना कितनी सारी मुश्किलों से भरा हुआ होगा. रोजाना मौलिक की कीमोथेरेपी होती थी जिसमें करीब चार घंटे लगते थे, और इसके कई साइड इफेक्ट भी उन्हें झेलने पड़ते थे. उन्हें हमेशा कब्ज से जूझना पड़ता था और कीमोथेरेपी के वजह से उन्हें अपने बाल भी खोने पड़े थे.
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कैंसर की वजह से छूट गई थी परीक्षा
मौलिक ने बताया था कि डॉक्टरों ने उनके कीमोथेरेपी की डोज बदल दी थी, उन्होंने अक्टूबर और नवंबर में मेडिकल परीक्षा से जुड़े टेस्ट भी दिए थे लेकिन इसके बाद जनवरी में उनका ट्यूमर बढ़कर 16 सेंटीमीटर का हो गया था जिसके बाद डॉक्टरों ने फौरन उनकी सर्जरी करने का प्लान किया था, और उस वक्त सर्जरी के वजह से वह अपने प्रैक्टिकल परीक्षा देने में असमर्थ रहे और उस वर्ष यानि 2023 में वह अपनी 12वीं बोर्ड और नीट की परीक्षा नहीं दे पाए.
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