UPSC की ‘प्रतिभा सेतु’ पहल से अब तक 113 निजी कंपनियां जुड़ीं, और भी दिखा रहीं रुचि

UPSC की ‘प्रतिभा सेतु’ पहल से अब प्राइवेट कंपनियां उन अभ्यर्थियों तक पहुंच पा रही हैं, जो सिविल सेवा जैसी परीक्षाओं में फाइनल से पहले बाहर हो गए थे. यह पोर्टल उन्हें वैकल्पिक करियर के लिए एक नई राह दिखा रहा है.

By Pushpanjali | July 23, 2025 11:37 AM
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UPSC Pratibha Setu: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) अब सिर्फ सरकारी सेवाओं के चयन तक सीमित नहीं रहा. आयोग की नई पहल ‘प्रतिभा सेतु’ ने कई प्रतिभाशाली लेकिन अंतिम चयन सूची में न पहुंच पाने वाले अभ्यर्थियों के लिए करियर की नई राह खोल दी है.

क्या है ‘प्रतिभा सेतु’?

इस पहल का उद्देश्य उन उम्मीदवारों को वैकल्पिक रोजगार अवसर उपलब्ध कराना है, जो UPSC की सिविल सेवा, इंजीनियरिंग सेवा, या संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षाओं में लिखित या इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन चयनित नहीं हो सके. ‘प्रतिभा सेतु’ (Professional Resource and Talent Integration Setu) एक ऐसा इंटरैक्टिव पोर्टल है, जहां निजी कंपनियां योग्य अभ्यर्थियों से सीधे संपर्क कर सकती हैं — बशर्ते उम्मीदवार ने सहमति दी हो.

अब तक 113 कंपनियां जुड़ीं

यूपीएससी के अनुसार अब तक 113 निजी संगठन इस पहल से जुड़ चुके हैं, और कई अन्य ने भी रुचि दिखाई है. आयोग इस डेटाबेस को “विश्वसनीय और आंकी गई प्रतिभा का स्रोत” मानता है. पहले उम्मीदवारों की जानकारी केवल वेबसाइट पर होती थी, लेकिन अब कंपनियां लॉगइन कर उनसे सीधे संपर्क कर सकती हैं.

सरकार और आयोग की क्या है राय?

केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि “यह मेधावी युवाओं के लिए दूसरा मौका है.” उन्होंने कहा कि कई बार बेहद योग्य उम्मीदवार केवल मामूली अंतर से बाहर हो जाते हैं. ऐसे में यह प्लेटफॉर्म उनके लिए एक मजबूत विकल्प है.

चेयरमैन अजय कुमार ने दी जानकारी

यूपीएससी चेयरमैन अजय कुमार ने बताया कि यह योजना 2018 की पब्लिक डिस्क्लोजर स्कीम का विकसित रूप है, जिसे सभी पक्षों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है.

2026 में UPSC के 100 साल पूरे होने जा रहे हैं. ‘प्रतिभा सेतु’ जैसी पहल यह दर्शाती है कि आयोग अब केवल एक परीक्षा संस्था नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्रतिभा को दिशा देने वाला संगठन बन रहा है.

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