Ramdhari Singh Dinkar Poems: सौभाग्य न सब दिन सोता है…रश्मिरथी के अलावा ‘राष्ट्रकवि’ दिनकर की कविताएं कौन सी हैं?
Ramdhari Singh Dinkar Poems in Hindi: रामधारी सिंह दिनकर ने सिर्फ रश्मिरथी ही नहीं, बल्कि परशुराम की प्रतीक्षा, कुरुक्षेत्र, समर शेष है और सिंहासन खाली करो जैसी कई प्रेरणादायक कविताएं लिखीं. उनकी कविताएं साहस, देशभक्ति और सामाजिक चेतना से भरी हैं, जो आज भी युवाओं को प्रेरित करती हैं.
By Shubham | April 24, 2025 6:12 AM
Ramdhari Singh Dinkar Poems in Hindi: रामधारी सिंह ‘दिनकर’ हिंदी के बहुत प्रसिद्ध कवि थे. उनकी कविताओं में देश के प्रति प्यार, बहादुरी और समाज को जगाने वाले विचार होते थे. उन्हें “राष्ट्रकवि” इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अपनी कविताओं से लोगों में आजादी की भावना और आत्मविश्वास भरा. उनकी प्रसिद्ध रचना रश्मिरथी है. रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 23 सितंबर 1908 को बिहार के सिमरिया गांव में हुआ था और 24 अप्रैल 1974 को निधन हुआ था. उनकी पुण्यतिथि के अवसर आप रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविताएं (Ramdhari Singh Dinkar Poems) पढ़ सकते हैं जो आज भी बच्चों, छात्रों और युवाओं को प्रेरित करती हैं.
रामधारी सिंह दिनकर के बारे में (Ramdhari Singh Dinkar in Hindi)
रामधारी सिंह ‘दिनकर’ हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध कवि और लेखक थे. उन्हें उनकी जोशीली और देशभक्ति से भरी कविताओं के लिए “राष्ट्रकवि” कहा जाता है. उनका जन्म 23 सितंबर 1908 को बिहार के बेगूसराय जिले के सिमरिया गांव में हुआ था. उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक की पढ़ाई की थी. दिनकर की कविताओं में वीर रस होता था. उन्होंने आज़ादी की लड़ाई में अपनी कविताओं से लोगों को प्रेरित किया. उनकी प्रसिद्ध रचनाओं में “रश्मिरथी”, “कुरुक्षेत्र”, और “परशुराम की प्रतीक्षा” शामिल हैं.