किसका डेटा होगा सार्वजनिक?
आयोग ने कहा है कि प्रत्येक भर्ती परीक्षा में अधिसूचित पदों की संख्या से दोगुने उम्मीदवारों के डेटा को सार्वजनिक किया जाएगा. लेकिन यह जानकारी सिर्फ उन्हीं उम्मीदवारों की होगी जो आवेदन करते समय डेटा साझा करने की अनुमति देंगे.
डेटा में शामिल होंगे ये विवरण:
- अभ्यर्थी का नाम
- पिता या पति का नाम
- जन्म तिथि
- श्रेणी (जैसे SC/ST/OBC/EWS आदि)
- लिंग
- शैक्षिक योग्यता
- प्राप्त कुल अंक
- रैंक
- पता
- ईमेल आईडी
रोजगार के नए अवसरों की तैयारी
यह डेटा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU), स्वायत्त संस्थानों और अन्य एजेंसियों को उपयुक्त उम्मीदवारों को रोजगार देने में मदद करेगा. इस डेटाबेस को SSC की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा और इसे एक केंद्रीकृत सरकारी पोर्टल से भी जोड़ा जा सकता है. डेटा प्रकाशन की तिथि से एक वर्ष तक उपलब्ध रहेगा.
SSC का सुझाव: तीन साल तक रखें दस्तावेज
SSC ने उम्मीदवारों से आग्रह किया है कि वे अपना आवेदन पत्र और अन्य दस्तावेज कम से कम तीन साल तक सुरक्षित रखें, ताकि यदि भविष्य में कोई एजेंसी उनसे संपर्क करे तो वे प्रामाणिक दस्तावेज दिखा सकें. हालांकि, आयोग ने स्पष्ट किया है कि डेटा की सत्यता की जिम्मेदारी SSC की नहीं होगी, बल्कि यह जिम्मेदारी उपयोगकर्ता एजेंसी की होगी.
यह पहल एक “प्रतिभा सेतु” के रूप में काम करेगी, जो हजारों मेधावी उम्मीदवारों को नई नौकरियों से जोड़ने में सहायक होगी.
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