Sumitranandan Pant Birth Anniversary: सुमित्रानंदन पंत की प्रमुख रचनाएं कौन सी हैं? इसलिए कहा जाता था ‘प्रकृति के सुकुमार’
Sumitranandan Pant Birth Anniversary: सुमित्रानंदन पंत की जन्म-जयंती पर उनकी प्रमुख रचनाओं को याद किया जाता है, जैसे पल्लव, गुंजन, चिदंबरा और युगांत. उन्हें 'प्रकृति के सुकुमार' इसलिए कहा जाता था क्योंकि उनकी कविताओं में पहाड़, फूल, नदियाँ और ऋतुओं का सौंदर्य बेहद कोमलता से उभरा है. उनकी लेखनी भावनाओं और प्रकृति का सुंदर मेल है,.
By Shubham | May 20, 2025 6:07 AM
Sumitranandan Pant Birth Anniversary in Hindi: सुमित्रानंदन पंत हिंदी के एक मशहूर कवि थे. उनकी कविताएं प्रकृति, भावनाओं और सुंदर कल्पनाओं से भरी होती थीं. उनका जन्म 20 मई 1900 को उत्तराखंड के कौसानी गांव में हुआ था और वह हिंदी साहित्य के छायावाद युग के प्रमुख कवियों में माने जाते हैं. पंत जी की लिखावट में कोमल भावनाएं और संगीत जैसा मधुर प्रवाह होता था और यह वजह है कि उन्हें प्रकृति के सुकुमार कहा जाता था. वे आधुनिक हिंदी कविता को नया रूप देने वाले कवियों में शामिल हैं. 20 मई को उनकी जयंती (Sumitranandan Pant Jayanti in Hindi) मनाई जाती है, इसलिए यहां उनकी प्रमुख रचनाओं और उनके बारे में बताया जा रहा है.
सुमित्रानंदन पंत की प्रमुख रचनाएं (Sumitranandan Pant Birth Anniversary)
काव्य संग्रह/कृति
विशेषताएं/विषय
पल्लव
छायावादी युग की रचना, सौंदर्य और कल्पना से भरपूर
गुंजन
गीतों और भावनात्मक कविताओं का संग्रह
ग्राम्या
ग्रामीण जीवन, यथार्थ और समाज की झलक
युगांत
दार्शनिक और आध्यात्मिक सोच से प्रेरित काव्य
स्वर्ण किरण
प्रकृति की सुंदरता और मानवता पर आधारित
चिदंबरा
गहराई से भरी कविताएं, इस पर उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला
सुमित्रानंदन पंत की कालजयी रचना कौन सी थी? (Sumitranandan Pant in Hindi)
सुमित्रानंदन पंत की कालजयी रचना “चिदंबरा” कही जाती है. यह काव्य संग्रह उनकी गहरी सोच, दर्शन और साहित्यिक ऊंचाइयों का प्रतीक है. इस रचना के लिए उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. “चिदंबरा” में जीवन, आत्मा, प्रकृति और ब्रह्मांड से जुड़े गहरे विषयों को सुंदर भाषा में प्रस्तुत किया गया है. इसमें उनकी कविताएं भावनात्मक और विचारपूर्ण हैं, जो पाठकों को सोचने पर मजबूर करती हैं. यह रचना न सिर्फ हिंदी साहित्य में विशेष स्थान रखती है, बल्कि इसे आधुनिक कविता का उत्कृष्ट उदाहरण भी माना जाता है. पंत की यही रचना उन्हें अमर बना गई.