Ranbir Kapoor: तगड़ी फीस लेने वाले रणबीर कपूर ने Brahmastra के लिए नहीं ली कोई फीस, एक्टर ने बताई वजह

रणबीर कपूर और आलिया भट्ट स्टारर फिल्म ब्रह्मास्त्र सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय है. ऐसा कहा गया कि रणबीर कपूर और आलिया भट्ट ने फिल्म में काम करने के लिए सैलरी नहीं ली. इसपर अयान मुखर्जी ने चुप्पी तोड़ी.

By Divya Keshri | September 23, 2022 12:32 PM
an image

Brahmastra: अयान मुखर्जी की फिल्म ब्रह्मास्त्र (Brahmastra) इन दिनों सुर्खियों में है. ब्रह्मास्त्र बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई कर रही है. मूवी सिनेमाघरों में दर्शकों को खींचने में कामयाब रही. रणबीर कपूर और आलिया भट्ट अभिनीत ये मूवी को लेकर चर्चा थी कि इसमें काम करने के लिए दोनों ने तगड़ी रकम चार्ज की है. लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. अयान ने इसपर बात की.

ब्रह्मास्त्र के लिए रणबीर कपूर ने कितनी ली फीस?

दरअसल, ब्रह्मास्त्र के बजट को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की खबरें थी. ऐसा कहा जा रहा था कि मूवी का बजट 400 है. हालांकि ऐसा भी कहा गया था कि फिल्म का बजट 650 रुपए खर्च हुए है. ऐसा कहा गया कि रणबीर कपूर और आलिया भट्ट ने फिल्म में काम करने के लिए सैलरी नहीं ली. इसपर अयान मुखर्जी ने चुप्पी तोड़ी.

रणबीर कपूर ने इस वजह से नहीं ली फीस

ट्रेड एनालिस्ट कोमल नाहटा से बातचीत में अयान मुखर्जी ने बताया कि ये फिल्म कई पर्सनल बलिदानों की वजह से बनी है. ये सच है कि रणबीर एक स्टार अभिनेता के लिए जितनी फीस लेते है, उन्होंने ब्रह्मास्त्र के निर्माण के लिए कुछ भी नहीं लिया. यह बहुत बड़ी बात है. नहीं तो फिल्म बनाना संभव नहीं होता. रणबीर कपूर ने फीस के बारे में कहा कि, उन्होंने फिल्म के लिए कुछ भी चार्ज नहीं किया, लेकिन ये मेरे जीवन भर के लिए इक्विटी है. इस फिल्म का निर्माता हूं और मैंने पार्ट वन के लिए पैसे नहीं लिए. मुझे पूरा यकीन है कि इसके तीनों पार्ट काफी ज्यादा कमाई करेगी और उन्हें मिलने वाली किसी चीज से भी बड़ी है.

‘ब्रह्मास्त्र-पार्ट टू देव’ की कहानी?

‘ब्रह्मास्त्र-पार्ट वन शिवा’ की कहानी को लंबे समय तक ‘प्यार’ कहा जाएगा, क्योंकि यही फिल्म की थीम थी. यह एक प्रेम कहानी है और शिव को प्यार से शक्ति मिली, लेकिन ‘ब्रह्मास्त्र-पार्ट टू देव’ में दर्शकों के लिए नाटकीय संघर्ष के रूप में एक गहरी और रसपूर्ण कहानी होगी. पार्ट-वन के कुछ विषयों का भी उपयोग किया जाएगा. यह एक संपूर्ण कहानी है. हम जो कुछ भी पहले हिस्से में सेट करते हैं, वह तब तक समझ में आता है, जब आप तीसरे हिस्से को देखते हैं. मैं लोगों द्वारा दी गई समीक्षाओं को ठीक से पढ़ने के लिए अगले कुछ दिन में समय निकालूंगा.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version