The Diplomat First Review: द डिप्लोमैट का पहला रिव्यू आया सामने, अनुराग कश्यप बोले- जॉन अब्राहम एक लंबे समय के बाद…

The Diplomat First Review: फिल्म 'द डिप्लोमैट' 14 मार्च को बड़े पर्दे पर दस्तक देगी. फिल्म का पहला रिव्यू सामने आ गया है. अनुराग कश्यप ने फिल्म का रिव्यू किया है और जॉन अब्राहम की तारीफ की है.

By Divya Keshri | March 13, 2025 11:36 AM
an image

The Diplomat First Review: जॉन अब्राहम और सादिया खतीब स्टारर फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ 14 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है. फिल्म के गाने और डॉयलाग इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं. नाम शबाना फेम डायरेक्टर शिवम नायर ने ये फिल्म बनाई है. ये एक सच्ची कहानी पर आधारित है. फिल्म का पहला रिव्यू सामने आया है. फिल्ममेकर और एक्टर अनुराग कश्यप ने फिल्म का पहला रिव्यू दिया है. साथ ही उन्होंने फिल्म में जॉन के एक्टिंग की तारीफ भी की.

‘द डिप्लोमैट’ का अनुराग कश्यप ने किया रिव्यू

द हिंदू के साथ एक इंटरव्यू में अनुराग कश्यप ने कहा, ‘मुझे ‘द डिप्लोमैट’ काफी पसंद आई. मैंने जॉन से कहा, एक लंबे समय के बाद मैं तुम्हें एक बहुत अच्छा एक्टर बनते देख रहा हूं. वह फिल्म में अनावश्यक एक्शन या हीरोगिरी नहीं कर रहे हैं. वह सिर्फ एक किरदार निभा रहे हैं और शिवम नायर ने वाकई एक दिलचस्प फिल्म बनाई है.’ अनुराग ने बताया कि वह जॉन को बधाई दे रहे थे और एक्टर ने उनसे कहा कि नो स्मोकिंग 2 करते हैं.

प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरीMagadha Empire : बिम्बिसार ने अपनी सुदृढ़ प्रशासनिक व्यवस्था से मगध को किया सशक्त, ऐसे हुआ पतन

नो स्मोकिंग 2 को लेकर अनुराग कश्यप ने कही ये बात

अनुराग कश्यप ने कहा, जॉन वाकई इसे करना चाहते हैं, लेकिन मुझे एक अच्छा विषय चाहिए. समय के साथ, एक फिल्म को दर्शकों का जबरदस्त प्यार मिलता है और वह कल्ट क्लासिक बन जाती है. ऐसे में लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना और भी मुश्किल हो जाता है. मैं उसी जोन में जाना चाहूंगा, लेकिन तब जब फिल्म का विषय कुछ खास और अनोखा हो.’

‘द डिप्लोमैट’ की कास्ट

‘द डिप्लोमैट’ में शारिब हाशमी, कुमुद मिश्रा, राम गोपाल बजाज, प्राप्ति शुक्ला, जगजीत संधू ने भी अहम किरदार निभाया हैं. जॉन अब्राहम ने फिल्म को लेकर अपने आधिकारिक बयान में कहा, “कूटनीति एक ऐसा मैदान है, जहां शब्दों की ताकत हथियारों से ज्यादा होती है. जे.पी. सिंह का किरदार निभाकर मुझे एक ऐसी दुनिया को समझने का मौका मिला, जहां ताकत का मतलब बुद्धिमानी, धैर्य और शांत हीरोइज्म होता है. उजमा की कहानी भारत की शक्ति और साहस का प्रमाण है, और मुझे गर्व है कि मैं इस प्रेरणादायक यात्रा को पर्दे पर लेकर आ रहा हूं.”

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version