तरारी. भाकपा माले ने बिहार में मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण के खिलाफ तरारी में प्रतिवाद मार्च निकाला. तरारी प्रखंड के प्रखण्ड सचिव कॉमरेड उपेन्द्र भारती ने इस मार्च को संबोधित कि करते हुए कहा की आज एनडीए कि सरकार ने सभी गरीबों को वोटर लिस्ट से वंचित करने कि साजिश रची हैं. गरीब अनपढ़ लोगों से दस्तावेज मांग रही हैं. वैसे लोग कहा से कोई प्रमाण देंगे. सरकार आम लोगों से दस्तावेज मांग साजिश के तहत गरीबों को मताधिकार से वंचित करना चाहती है. एनडीए सरकार को महसूस हो गया हैं इस बार इस चुनाव में उसकी करारी हार निश्चित हैं इसलिए एनड़ीए जल्दबाजी में बिना कोई चर्चा के मतदाता पुनरीक्षण करा रही है. ठीक इसी तरह नोटबंदी किया गया था. बिहार में गरीबों की लगभग 40 प्रतिशत वोटरों को लिस्ट से नाम काटने कि तैयारी चल रही हैं. नाम को काटने के बाद राशन से बीपीएल सूची से और इंदिरा आवास सूची से भी हटा दिया जायेगा. सभी बीएलओ के माध्यम से फाॅर्म 2 फॉर्म भरने के लिए दिया गया हैं. एक फॉर्म को बीएलओ जामा करेंगे. और एक फॉर्म वोटर के पास रहेगा. माकपा माले ने सरकार से मांग की है की सभी वोटरों को बिना दस्तावेज के ही वोटर लिस्ट में नाम जोड़ा जाय. इस दौरान माले कार्यक्रताओं ने सरकार के विरुद्ध सरकार विरोधी नारे लगते हुए कहा की मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण कार्य वापस लो. गरीबों को वोटों से वंचित करने कि साजिश नहीं चलेगी. और इसके खिलाफ पूरे भारत में नौ जुलाई को महागठबंधन के नेतृत्व में चक्का जाम किया जायेगा. भाकपा माले के प्रतिवाद मार्च का संचालन जिला कमेटी सदस्य रामदयाल पंडित जी ने किये इस मार्च में शामिल हुए राज्य कमेटी सदस्य कॉमरेड संजय यादव, कामता प्रसाद सिंह, कृष्णा गुप्ता,ददन पासवान, नीतीश कुमार पासवान, सुदामा पासवान, दिनेश पासवान, पिंटू कुमार गुप्ता, बीरबहादुर यादव, विजेंद्र सिंह, समेत सैकड़ों भाकपा माले कार्यकताओं ने प्रतिवाद मार्च में भाग लिया.
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