जगदीशपुर. नाबार्ड के 44वें स्थापना दिवस के अवसर पर जगदीशपुर के नयका टोला स्थित जन विकास क्रांति के सभाकक्ष में किसान सह शिल्पकार परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का शुभारंभ नाबार्ड भोजपुर के जिला विकास प्रबंधक रंजीत कुमार सिन्हा एवं जिला सहकारिता पदाधिकारी श्रीमती लभली ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम का संचालन जन विकास क्रांति के महासचिव डॉ हिमराज सिंह ने किया. इस दौरान बड़ी संख्या में किसान, शिल्पकार, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, युवा उद्यमी एवं संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि नाबार्ड ग्रामीण विकास, कृषि सुधार, शिल्पकारों के उत्थान तथा स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक सशक्तिकरण प्रदान करने के लिए निरंतर कार्यरत है. इस प्रकार के कार्यक्रमों से जमीनी स्तर पर काम कर रहे किसानों एवं कारीगरों को नई दिशा और सहयोग मिलता है. जिला सहकारिता पदाधिकारी श्रीमती लभली ने भी अपने वक्तव्य में ग्रामीण उद्यमिता, स्वयं सहायता समूहों की भूमिका एवं सहकारिता मॉडल की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. नाबार्ड भोजपुर और जन विकास क्रांति द्वारा आयोजित इस परिचर्चा में ग्रामीण कारीगरों की चुनौतियों, क्लस्टर आधारित विकास, एफपीओ, ओएफपीओ मॉडल तथा नाबार्ड की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई. प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए और कई महत्वपूर्ण सुझाव भी रखे. कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों और शिल्पकारों के बीच समन्वय स्थापित कर उन्हें सरकार और संस्थागत सहायता से जोड़ना था, जिससे वे आत्मनिर्भर भारत अभियान में सक्रिय भागीदार बन सकें. कार्यक्रम में मुख्य रूप से भोला प्रसाद सिंह सहायक महाप्रबंधक नाबार्ड पटना, कुमार राजीव रंजन प्रबंधक सहकारिता बैंक आरा , अखिलेश कुमार, कुमारी स्नेहा सिंह, अभिषेक कुमार, दिनेश्वर शर्मा, उमाशंकर सिंह,मिथलेश कुमार, शिवजी शर्मा सहित अन्य लोगों ने भाग लिया.
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