भगवानपुर.
प्रखंड क्षेत्र की जोकिया पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 100 के 15 दिनों से बंद रहने का मामला सामने आया है. सोमवार सुबह करीब 9.45 बजे जब प्रभात खबर के प्रखंड प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे तो केंद्र पर ताला लटका हुआ था. यह केंद्र वार्ड संख्या दो में स्थित है. स्थानीय ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सेविका अपनी मनमर्जी से महीने में एक-दो दिन ही केंद्र खोलती हैं. टीएचआर वितरण के समय लाभुकों के घर जाकर कागजी खानापूर्ति की जाती है और पदाधिकारियों की मिलीभगत से केंद्र को बंद ही रखा जाता है. लोगों का कहना है कि जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र सत्यापित कराने के लिए उन्हें महीनों सेविका के घर का चक्कर लगाना पड़ता है. इससे आम लोगों को काफी परेशानी होती है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से संबंधित सेविका और सहायिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. लोगों में आंगनबाड़ी केंद्र की अनियमितता को लेकर खासा आक्रोश है. जोकिया पंचायत के मुखिया जनीश कुमार ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा लगातार सूचना मिल रही है कि वार्ड संख्या दो स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 100 बंद ही रहता है, जिससे उक्त वार्ड के पोषक क्षेत्र के बच्चे को केंद्र से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित होना पर रहा है, साथ ही आमलोगों को जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र सत्यापित करवाने के लिए भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने ऐसी लापरवाह आंगनबाड़ी सेविकाओं के ऊपर कार्रवाई करवाने की मांग जिला प्रशासन से की है. सरपंच राजेश्वर सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 100 के पोषक क्षेत्र से हम आते हैं. अपने बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए लगातार 15 दिनों से आंगनबाड़ी केंद्र पर जाना पड़ रहा है, लेकिन ताला लटका ही पाया जाता है. इसके कारण मेरे बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है. बिना सूचना के केंद्र में ताला लटका कर रखना यह साबित करता है कि स्थानीय पदाधिकारी व आंगनबाड़ी सेविकाओं की मिलीभगत है. इस मामले में वरीय पदाधिकारी को संज्ञान लेने की जरूरत है.
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