मनी लॉड्रिंग के मामले की चल रही जांच
ईडी सूत्रों के अनुसार, आर्थिक अनियमितता की जांच के मद्देनजर यह कार्रवाई की गई. छापेमारी के दौरान कई फाइलें, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की गई. हालांकि, आधिकारिक तौर पर ईडी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है. जांच एजेंसी ने दोनों युवकों के संदिग्ध लेन-देन के सुराग मिलने के बाद यह कार्रवाई की. छापेमारी के दौरान वहां अफरा-तफरी मच गई. ईडी ने मनी लॉड्रिंग और बेहिसाब संपत्ति से जुड़े मामले को लेकर दस्तावेज जब्त किए.
कई राज्यों से रहा है नाता
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, अविनाश और रजनीश पहले बेगूसराय में फ्लि पकार्ट कंपनी के लिए काम करते थे. करीब दो वर्ष पूर्व वे दिल्ली चले गए थे. दिल्ली से उनका जम्मू-कश्मीर और पंजाब में लगातार आना-जाना लगा रहता था. विभिन्न सरकारी एजेंसियों के द्वारा उनकी सारी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी. लोगों का कहना था कि हाल के वर्षों में दोनों की आमदनी में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है.
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