खोदावंदपुर. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का शनिवार को बूढ़ीगंडक नदी के तटबंध के अतिक्रमण पर डंडा चला. जल संसाधन विभाग के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के अभियंताओं की टीम ने जेसीबी मशीन के सहयोग से तटबंध पर जुग्गी झोपड़ी व दुकानों को हटवाया. अतिक्रमण हटवाने का कार्य फफौत गांव से शुरू किया गया. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के अभियंताओं की टीम एवं जेसीबी मशीन को देखते ही अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया. वर्षो पूर्व से तटबंध पर कब्जा जमाये लोग जल्दी जल्दी अपनी झोपड़ी और फुटकर दुकानों को अपने से हटाने लगे, जो लोग अपने से अतिक्रमण हटाने में समर्थ नहीं हुये, उनकी झोपड़ी और तटबंध पर रखे अन्य भारी सामानों को जेसीबी मशीन की मदद से हटवाया गया. मौके पर मौजूद बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कनीय अभियंता सुजीत कुमार ने बताया कि फफौत पुल से चेरियाबरियारपुर प्रखंड क्षेत्र के रामपुर पुल घाट तक की दूरी में बूढ़ी गंडक नदी के तटबंध को पूरी तरह से खाली कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि अगले चरण में नदी के तटबंध के दोनों ओर 20 फीट की दुरी में अतिक्रमण हटवाने की विभाग कई योजना है. इस संदर्भ में बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के कार्यपालक अभियंता योगेश कुमार ने बताया कि बूढ़ीगंडक नदी के तटबंध पर स्थानीय लोगों के जुग्गी झोपड़ी बना लेने व फुटकर दुकानदारों द्वारा दुकान सजा लेने से तटबंध की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो गया है. तटबंध पर जगह-जगह स्थानीय लोगों ने जलावन का ढेर भी जमा कर दिया है. उन्होनें बताया कि इससे चूहों का प्रकोप काफी बढ़ गया है. बरसात के दिनों में चूहों के प्रकोप से नदी के तटबंध की सुरक्षा को खतरा हो जाता है. उन्होंने बताया कि विभाग तटबंध की सुरक्षा को लेकर सजग है, इसलिए तटबंध को खाली कराया जा रहा है. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि लोगों को तटबंध खाली करने की चेतावनी कई दिन पहले ही माइकिंग करवाकर दे दी गयी थी. बावजूद जो अतिक्रमणकारी स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाएंगे तो वैसे लोगों से अतिक्रमण हटवाने का खर्चा भी वसूला जायेगा.
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