Bihar News: सावन के पवित्र महीने में देवघर जा रहे कांवरियों के दो जत्थे मंगलवार की रात हादसे का शिकार हो गए. NH 28 पर अलग-अलग स्थानों पर हुई दो दुर्घटनाओं में करीब एक दर्जन कांवरिए घायल हो गए, जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है. हादसे के पीछे अंधेरे में डूबे डिवाइडर और NHAI की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
पहली दुर्घटना में मिनी बस डिवाइडर से टकराई
पूर्वी चंपारण जिले से कांवरियों का एक जत्था मिनी बस से देवघर जा रहा था. जैसे ही वाहन चिरंजीवीपुर गांव के पास NH 28 पर पहुंचा, अंधेरे में डिवाइडर नहीं दिखा और बस उससे सीधे जा टकराई. दर्जनभर कांवरिए घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से बछवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद चार घायलों को गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल बेगूसराय रेफर कर दिया.
दूसरी घटना में रेलिंग तोड़ गड्ढे में गिरी बस
इसी रात पश्चिम चंपारण से देवघर जा रही एक अन्य बस, रसीदपुर गांव के पास NH 28 पर बारिश और अंधेरे की वजह से अनियंत्रित हो गई और रेलिंग तोड़ते हुए सड़क किनारे गड्ढे में गिर पड़ी. गनीमत रही कि इसमें सवार सभी कांवरिया सुरक्षित निकल आए. स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सभी यात्रियों को बचा लिया गया.
स्थानीय लोग बोले— NHAI टोल टैक्स तो लेती है पर सुरक्षा नहीं देती
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने NHAI(भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) पर जमकर नाराजगी जताई. उनका कहना है कि टोल प्लाजा से रोज़ाना भारी भरकम टैक्स वसूला जा रहा है, लेकिन सड़क सुरक्षा के नाम पर ना रेडियम चिन्ह हैं, ना डिवाइडर के पास रोशनी. स्थानीयों ने बताया कि इस जगह पर रेडियम और चेतावनी बोर्ड की बार-बार मांग की गई, लेकिन टोल प्रबंधन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. अब तक इस डिवाइडर के पास दर्जनों लोग जान गंवा चुके हैं.
पुलिस ने दोनों वाहनों को किया जब्त, जांच शुरू
बछवाड़ा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया है और घटना की जांच शुरू कर दी गई है. स्थानीय प्रशासन से लोगों ने मांग की है कि NH 28 पर डिवाइडर चिन्हों पर रेडियम लगवाया जाए और पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था हो, ताकि इस प्रकार की दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके.
Also Read: बिहार में BDO पर चला DM साहब का डंडा, इस वजह से कर दिया सस्पेंड