चेरियाबरियारपुर. किसान को प्रोत्साहन का भरोसा देकर अब कृषि विभाग अपने ही वादे से मुकरता नजर आ रहा है. नतीजतन किसान की मेहनत पर पानी फिरता दिख रहा है और वह आर्थिक नुकसान के संकट से जूझ रहा है. मामला चेरियाबरियारपुर प्रखंड अंतर्गत सकरबासा पंचायत वार्ड संख्या सात के निवासी किसान मो. जियाउल्लाह का है. पीड़ित किसान ने बताया कि प्रखंड कृषि विभाग की पहल पर उन्हें बीबी कॉर्न मक्का की खेती के लिए प्रेरित किया गया. विभागीय अधिकारियों ने भरोसा दिलाया था कि वे फसल तैयार होने के बाद उसे उचित बाजार दिलायेंगे और मुनाफा सुनिश्चित करायेंगे. इसी भरोसे उन्होंने लगभग 12 कट्ठा जमीन पर मक्का की फसल लगायी. किसान ने बताया कि फसल तैयार करने में उन्होंने 15 हजार रुपये से अधिक खर्च किया. दिन-रात मेहनत कर खेत में फसल उगाई, पर अब जब फसल पूरी तरह तैयार हो चुकी है, तो कोई खरीदार नहीं मिल रहा है. विभागीय अधिकारी अब संपर्क से बच रहे हैं, जिससे किसान हताश हो गया है. जियाउल्लाह ने कहा कि फसल की बिक्री न होने से अब लागत भी निकलना मुश्किल हो गया है. विभाग ने जो वादे किए थे, वे पूरी तरह से खोखले साबित हुए हैं. उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी से मांग की है कि वे हस्तक्षेप कर फसल की बाजार उपलब्धता सुनिश्चित कराएं, ताकि किसानों को नुकसान से बचाया जा सके. इस मामले ने कृषि विभाग की कार्यशैली और किसानों के प्रति उसकी उदासीनता को उजागर कर दिया है.
संबंधित खबर
और खबरें