तेघड़ा. तेघड़ा में सरकारी विद्यालयों की गुणवत्ता, सहभागिता और विद्यार्थियों के आत्मविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है. इस सकारात्मक परिवर्तन में हैं. तेघड़ा एसडीओ राकेश कुमार के कार्य प्रयासों का पूरे क्षेत्र में चर्चा है. जिनके नेतृत्व में विगत दो वर्षों से सरकारी विद्यालयों की उपस्थिति को अनुमंडल स्तर के विविध आयोजनों में प्राथमिकता दी जा रही है. चाहे वह 15 अगस्त का स्वतंत्रता दिवस समारोह हो, 26 जनवरी की गणतंत्र दिवस परेड हो अथवा बिहार दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम हर अवसर पर सरकारी स्कूलों के छात्रों को मंच दिया गया है. जिसने उनमें नई ऊर्जा और गर्व की भावना का संचार किया है. इसी भावना का प्रत्यक्ष उदाहरण दिनांक 26 मई को उत्क्रमित मध्य विद्यालय, ओझा टोल के बच्चों ने प्रस्तुत किया. विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं ने अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में जय श्रीराम भव्य मंदिर एवं तेघड़ा अनुमंडल का एक उत्कृष्ट मॉडल तैयार किया. इस मॉडल में अनुमंडल प्रशासनिक कार्यालय और अयोध्या स्थित भव्य राम मंदिर का प्रतीकात्मक स्वरूप सम्मिलित था. इस अवसर पर विद्यालय की ओर से दोनों मॉडल एसडीओ तेघड़ा को भेंट किया गया. इस भावपूर्ण भेंट से अभिभूत होकर एसडीएम राकेश कुमार ने कहा यह मॉडल केवल एक संरचना नहीं, बल्कि सरकारी विद्यालयों की प्रतिभा, अनुशासन और सामूहिक प्रयास की एक प्रेरणास्पद अभिव्यक्ति है. मैं अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही यह मानता रहा हूं कि सरकारी स्कूलों के बच्चों में अपार संभावनाएं हैं. यदि उन्हें उचित मंच, मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिले तो वे किसी भी प्राइवेट स्कूल के छात्रों से कम नहीं हैं. मेरा निरंतर प्रयास रहा है कि इन बच्चों को गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, बिहार दिवस जैसे मंचों पर अवसर मिले, जिससे उनमें आत्मविश्वास विकसित हो और समाज में सरकारी विद्यालयों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण स्थापित हो. शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि नवाचार, अभिव्यक्ति और आत्मबल के माध्यम से बच्चों का सर्वांगीण विकास आवश्यक है. वहीं स्कूली बच्चों को एसडीओ ने कलम से सम्मानित किया.
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