बीहट. बरौनी थर्मल से लेकर बीहट तक जाम लगने का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है.रविवार को दोपहर एक बजे से जाम की समस्या और गहरा हो गया.हजारों बड़े-छोटे वाहन जाम में घंटो फंसे रहे. बरौनी थर्मल के समीप आरओबी के पास की सड़क के गड्ढा मुक्त नहीं होने से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी. लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों पर उभरे गड्ढों में बारिश का पानी भर जाने से सुगम यातायात मुश्किल हो गया.जिसके कारण राहगीरों के साथ ही स्थानीय लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. रिक्शा,ठेला,टोटो चालक पर तो आफत आन पड़ी है. क्योंकि अचानक गड्ढे में जाने से वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं.इतना ही नहीं बारिश के कारण सड़कों के टूटने का सिलसिला भी नहीं रूक रहा है.बताते चलें कि चकिया व बीहट के पास फोरलेन नेशनल हाइवे-31 पर संबंधित एजेंसी पुंज लॉयड की लापरवाही के कारण कई साल से रोड ओवरब्रिज अब तक निर्माणाधीन ही है.फिलहाल स्थिति यह है कि दोनों निर्माणाधीन आरओबी के समीप लगने वाले जाम से निपटने के लिए जिला प्रशासन या एनएचएआई के अधिकारी कोई कारगर उपाय नहीं कर रहे हैं.जिसका खामियाजा रविवार के दिन लोगों को उठाना पड़ा. प्रभात खबर ने भी अखबार के माध्यम से एक दिन पहले जिला प्रशासन को आगाह किया था कि रविवार को बड़ी संख्या में कांवरियों का आवागमन होगा तो भीड़ बढ़ेगी.इसको लेकर जिला प्रशासन को अलर्ट रहने की जरूरत थी,लेकिन व्यवस्था की चूक से एक बार फिर जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी.बरौनी थर्मल में निर्माणाधीन आरओबी समीप एक साइड ही सर्विस लेन चालू रहने से जाम गहरा गया,लोग घंटो जाम में फंसे रहे.ऊपर से लगातार हो रही बारिश ने कोढ़ में खाज का काम करती रही.थर्मल बस स्टैंड से बीहट की और जानेवाली डायवर्सन सड़क पर जल जमाव व कीचड़मय रहने की वजह से लोगों का चलना मुश्किल हो गया.इनकी परेशानी से न तो जिला प्रशासन को और ना ही एनएचएआइ और संबंधित एजेंसी पुंज लॉयड को कोई सरोकार रह गया है,ऐसा स्थानीय लोगों का मानना है.
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