हाईकोर्ट से 20 जून तक ट्रायल पूरा करने का आदेश
उच्च न्यायालय पटना द्वारा क्रिमिनल मिसलेनियस संख्या 29489/2025 में 20 जून 2025 तक इस मामले को स्पीडी ट्रायल चलाकर निस्तारित करने का आदेश है, जो समय अब पूरा होने वाला है. ऐसे में कांड के आइओ अजय कुमार कोर्ट नहीं आ रहे. बचाव पक्ष के अधिवक्ता भोला यादव ने कोर्ट से अपील की कि यह वाद अभियोजन साक्ष्य के लिए दिनांक 14 मार्च 2024 से लंबित चला आ रहा है. इस वाद में कुल नौ साक्षी हैं, जिनमें आठ साक्षियों का साक्ष्य हो चुका है, केवल आइओ का साक्ष्य शेष है. 08 अक्तूबर 2024 के बाद से 22 तिथियों से अनुसंधानकर्ता का साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया है. अब साक्ष्य का अवसर समाप्त कर दिया जाए.
बार-बार सूचना देने पर नहीं आए आइओ
अभियोजन पदाधिकारी मन्नू राव ने कोर्ट से एक समय की मांग करते हुए कहा कि यह दोहरा हत्याकांड का वाद है. आइओ अजय कुमार पटना के कदमकुआं में पदस्थापित हैं, उन्हें पूर्व में भी सूचित किया गया था किन्तु वे उपस्थित नहीं हो रहे हैं. उन्हें एक अवसर साक्ष्य के लिए दिया जाए. कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनकर थानेदार के खिलाफ गैर-जमानतीय वारंट जारी किया.
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भाभी व देवर की हुई थी सरेआम हत्या
पांच जून 2023 को बनारसी यादव ने अपनी मां झलरी देवी एवं चाचा पहवारी यादव की हत्या के संबंध में अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध कांड दर्ज कराई थी. जिसमें पुलिस ने कमल यादव, अमला यादव को जेल भेजा था. जिन्हें कारा से प्रस्तुत किया गया तथा एक अन्य अभियुक्त हीरा यादव की हाजिरी थी. इंसाफ की आस में पीड़ित पक्ष भी कोर्ट के फैसले पर नजर लगाए हुए है.