बेतिया. नेपाल मूल के विचाराधीन बंदी चित्र बहादुर श्रेष्ठा (58) की शनिवार की सुबह मौत हो गई है. नेपाल के परसा जिला के विजय बस्ती थाना क्षेत्र के मेल चौक ठोरी गोपालिका का रहने वाले स्व. हरी चंद्र श्रेष्ठा के पुत्र चित्र बहादुर श्रेष्ठा किडनी की बीमारी से ग्रसित है. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया. जेल सुपरिटेंडेंट अमरजीत सिंह ने बताया कि भंगहा थाना में दर्ज एनडीपीएस एक्ट के मामले में वे दो अगस्त 2024 से कारा में बंद थे. किडनी की बीमारी की वजह से विगत 14 अप्रैल से 22 अप्रैल तक उनका गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज हुआ था. स्थिति गंभीर होने पर बेहतर इलाज के लिए बंदी को पीएमसीएच पटना भेजा गया था. जहां 22 अप्रैल से 28 अप्रैल तक इलाज हुआ. फिर उन्हें जेल के कारा वार्ड में भर्ती किया किया गया. जहां वे 28 अप्रैल से 28 मई तक इलाजरत रहे. 28 मई से 5 जून तक उनका इलाज गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में व 5 जून से 13 जून तक पीएमसीएच में इलाज हुआ. 13 जून को पीएमसीएच से डिस्चार्ज होने के बाद उन्हें 14 जून को कारा परिसर से गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया. शनिवार की सुबह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि भंगहा थाना की पुलिस एक अगस्त 2024 को चित्र बहादुर श्रेष्ठा को 10 किलोग्राम गांजा के साथ पकड़ी थी. मामले में चित्र बहादुर श्रेष्ठा के खिलाफ भंगहा थाना में एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
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