नरकटियागंज. शिकारपुर थाना क्षेत्र के मंगरहरी बैरिया गांव से 24 जून की संध्या मोहर्रम के अखाड़ा से गायब मो. सलाहुद्दीन के सात वर्षीय पुत्र मो फैजान का तीसरे दिन भी पता नहीं चल सका है. फैजान का अपहरण हुआ है या फिर वो कहीं मानव तस्करी का शिकार तो नहीं हो गया है, इसका खुलासा पुलिस के लिए चैलेंज बना हुआ है. 25 जून को मामले की गंभीरता को देखते हुए बेतिया एसपी डॉ शौर्य सुमन गांव में पहुंचे और पुलिस पदाधिकारियों को बच्चे को बरामद करने का निर्देश दिया. इसके बाद गांव में पहुंची डॉग स्कवायड की टीम घटना स्थल से लेकर मनियारी नदी तक पहुंची. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि फैजान नदी के किनारे तक गया था. गुरुवार को पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने मनियारी नदी को कोना कोना छान मारा लेकिन बच्चे का कहीं अता पता नहीं चल सका. बच्चे की बरामदगी को लेकर थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह समेत शिकारपुर पुलिस टीम लगी हुई है. थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह ने बताया कि बच्चे की बरामदगी को लेकर एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है. इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है. परिजनों की आंखें सूनी, बार बार गांव के कुआ में देख रहे पिता मंगरहरी बैरिया गांव निवासी मो. सलाहुद्दीन अंसारी का सात वर्षीय बेटा फैजान अचानक लापता हो गया 24 जून की शाम अखाड़ा देखने निकला मासूम फैजान आज तीन दिन बाद भी घर नहीं लौटा है. परिवार की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, मां नासरीन खातून और बहनें शाबरीन व आयशा बेसुध पड़ी हैं, वहीं पिता सलाहुद्दीन की आंखों में बेटे की तस्वीर बस एक ही सवाल कर रही है कि फैजान कहा हैं वो बार बार गांव अवस्थित उस कुआ को देख रहे हैं जिसकी चर्चा है कि कहीं फैजान के साथ कोई अनहोनी तो नहीं हुई. ——— नदी, कुआं, खेत समेत हर कोना खंगाल रही पुलिस घटना के बाद पुलिस प्रशासन की सक्रियता बढ़ गयी है. जिले की हरेक घटना को चैलेंज के रुप में स्वीकार कर उदभेदन करने वाली बेतिया पुलिस फैजान मामले में भी पुरी तरह सक्रिय है. तीन दिन से जहां दिन रात गांव के नदी, खेत और कुआ को खगंला जा रहा है वहीं तकनीकी जांच भी की जा रही है. शिकारपुर थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह खुद तकनीकी के मामले में एक्सपर्ट हैं सो अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही इस रहस्य से भी पर्दा उठ जाएगा. 25 जून को मामले की गंभीरता को देखते हुए बेतिया एसपी डॉ. शौर्य सुमन स्वयं गांव पहुंचे. डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया गया जिसने फैजान की आखिरी मौजूदगी के संकेत मनियारी नदी के किनारे तक दिए. इसके बाद गुरुवार को एसडीआरएफ की विशेष टीम ने नदी का चप्पा-चप्पा छान मारा लेकिन फैजान का अब तक कोई सुराग नहीं मिला.
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