बेतिया. पूर्ववर्ती तीन वर्षीय डिग्री कोर्स के चार सत्रों के छात्र-छात्राओं का भविष्य बीते तीन साल से दाव पर लगा है. डिग्री प्राप्त कर लेने का दोगुना समय बीत जाने के बावजूद दूसरे पार्ट की पूरक परीक्षा प्रक्रिया का संपन्न होना विश्वविद्यालय के हजारों विद्यार्थियों के लिए सांसत का शबब बन गया है. पश्चिम चंपारण जिले के आधे दर्जन से भी अधिक डिग्री कॉलेजों के तीन वर्षीय स्नातक प्रतिष्ठा पाठ्यक्रम सत्र 2019-22, सत्र 2020-23, सत्र 2021-24 और सत्र 2022-25 के सेकेंड पार्ट की सम्पन्न परीक्षाओं में अनुपस्थिति, प्रमोटेड और फेल छात्र-छात्राओं के विशेष परीक्षा की घोषित तिथि को लगातार तीसरी बार बढ़ा दी गई है. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग द्वारा जारी रूटीन हालिया तिथि लगातार तीसरी बार बढ़ा दी गई. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक के स्तर से बीते 19 मई को जारी उपरोक्त विशेष पूरक परीक्षा से संबंधित अधिसूचना की तिथियां एक बार फिर बढ़ा दी गईं हैं. 23 मई 2025 को जारी आदेश में 27, 28 और 31 मई को होने को वाली विभिन्न विषयों की परीक्षा का अब क्रमशः आगामी 12,13 और 14 जून को आयोजित होना सुनिश्चित किया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन की ऐसे रवैये से आजिज महेश्वरनाथ महामाया महिला महाविद्यालय की छात्रा प्रेमशिला कुमारी, अर्चना वर्मा, नीलम पटेल आदि ने बताया कि तीन साल वाले कोर्स की पढ़ाई और परीक्षा छह साल बीत जाने के बावजूद अधर में पड़ी है. डिग्री पाते पाते आगे की पढ़ाई की उम्र निकल जाएगी.
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