नरकटियागंज . गन्ने की खेती करन वाले किसानो के लिए यह राहत भरी खबर है. सूबे की सभी दस चीनी मिलों ने अप्रैल माह के अंत तक ही शत प्रतिशत गन्ने की आपूर्ति का भुगतान कर दिया है. राज्य की बगहा, हरिनगर, नरकटियागंज, मझौलिया, गोपालंगज, सिधवलिया, हसनपुर, लौरिया, सुगौली और रीगा चीनी मिलों ने 30 अप्रैल तक शत प्रतिशत किसानों को भुगतान कर दिया है. गन्ना उद्योग विभाग के संयुक्त ईखायुक्त जयप्रकाश नारायण सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस बार चीनी मिलों ने जहां 6 करोड़ 24 लाख 38 हजार क्विंटल हुई गन्ने की रिकार्ड पेराई की है. वही 223373.99 लाख का भुगतान किया है. उन्होंने बताया कि गन्ना पेराई सत्र 2025- 26 में चीनी मिलों ने अब तक 22 अरब 33 करोड़ 73 लाख 99 हजार रूपये का भुगतान कर दिया है. सूबे के 2 लाख 60 हजार 542 किसानों के खाते में यह राशि भेजी गयी है. गन्ना उद्योग विभाग की ओर से भ्गतान को लेकर बराबर दिशा निर्देश दिया जाता रहा. सरकार के निर्देश के ओलोक में चीनी मिलो ने गन्ना भुगतान में अहम भूमिका निभाई है. गन्ने की खेती का क्षेत्रफल बढ़े किसानों को बेहतर से बेहतर सुविधा मिल सके विभाग की ओर से पहल की जा रही है. राज्य की सभी 10 चीनी मिलों में से चंपारण की पांच चीनी मिलें क्रमश: बगहा की तिरूपति शुगर मिल्स ने इस वर्ष 93.72 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की है वही हरिनगर मिल ने 135.65 करोड़ क्विंटल, नरकटियागंज न्यू स्वदेशी शुगर मिल्स ने 101.82 करोड़ क्विंटल, मझौलिया चीनी मिल -54.69 लाख क्विंटल और लौरिया एचपीसीएल ने 34.34 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की है. बगहा तिरूपति शुगर मिल्स ने जहा 99.94 प्रतिशत, नरकटियागंज ने 99.91 प्रतिशत भुगतान किया है तो वही हरिनगर, लौरिया और मझौलिया चीनी मिलों ने 100 प्रतिशत गन्ना आपूर्ति का भुगतान कर दिया है. हालांकि बगहा और नरकटियागंज चीनी मिल के द्वारा जो रिपोर्ट सौंपी गयी है. उसमें बगहा ने 15 अप्रैल और नरकटियागंज न्यू स्वदेशी शुगर मिल्स ने 22 अप्रैल तक हुए भुगतान का रिपोर्ट सौंपी है. दोनों मिलों की ओर से मई के पहले सप्ताह में शत प्रतिशत भुगतान कर दी गयी है.
संबंधित खबर
और खबरें