नरकटियागंज. जब शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक मगंलवार को महावीरी अखाड़ा का शोरगुल था, हर जगह मेले लगे हुए थे. वहीं शिकारपुर थाना क्षेत्र के बहुअरवा खुर्द गांव में एक साथ दर्जनभर बच्चियों के अपहरण की साजिश रची जा रही थी. पहले से सारी प्लानिंग तैयार थी. महज घटना को अंजाम देना बाकी था. मकसद साफ था कि मेला को लेकर इतनी भीड़ होगी कि कोई कुछ समझ नहीं पाएगा और सारा काम आसान हो जाएगा. हालांकि बच्चियों ने जिस तरह सूझबूझ दिखाई, उसने न केवल उन्हें नरक जैसी ज़िंदगी से अपने को बचा लिया, बल्कि मानव तस्करी के एक खौफनाक जाल को भी बेनकाब कर दिया. मंगलवार की शाम मेला घूमने निकलीं ये मासूम बच्चियां ज़रा सी चूक कर बैठतीं तो शायद फिर कभी अपने घर न लौट पातीं. लेकिन उनकी मासूमियत ही उनकी सबसे बड़ी ताक़त बन गई.
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