बक्सर .
जिले में गंगा का जलस्तर बढ़ने का सिलसिला जारी है. हालांकि जलस्तर बढ़ने की रफ्तार में कमी आ गई है. जिससे राहत की उम्मीद जगी है. पिछले चौबीस घंटों में तकरीबन 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी के साथ मंगलवार की शाम 06 बजे गंगा का जलस्तर 60.81 मीटर दर्ज की गई. जो खतरे के निशान से 49 मीटर अधिक है.सदर प्रखंड के अलावा चौसा, सिमरी, चक्की, ब्रह्मपुर व आंशिक रूप से इटाढ़ी प्रखंड प्रभावित हैं. गंगा के दबाव से ठोरा नदी में आये उफान के कारण सदर प्रखंड की छोटका नुआंव पंचायत के गोविंदपुर, पुलियां, हरिपुर, मिलिकियां, ठोरा तथा करहंसी पंचायत की लरई, करहंसी, कोड़रवां, जरिगांवा का कुदरतीपुर समेत दर्जन भर गांवों का सड़क संपर्क भंग हो गया है और लोगों के आवागमन हेतु नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. इसी तरह इटाढ़ी प्रखंड के इटाढ़ी- अतरौना पथ पर पानी चढ़ने से आवागमन प्रभावित हो गया है. खेतों में लगी धान की सफल भी डूब गई हैं. जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है.
बाढ़ का जायजा लेने डीएम व एसपी पहुंचे उमरपुर
इस क्रम में डीएम द्वारा बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को बांध के आस पास हो रहे कटाव का जायजा लेकर तत्काल मरम्मत एवं सैंड बैग डलवाने की हिदायत दी गई. वही बाढ़ के खतरे को देखते हुए नियमित रूप से तटबंधों का पेट्रोलिंग कराने को निर्देश दिए गए. एसपी द्वारा संबंधित क्षेत्र के चौकीदारों से तटबंध की निगरानी कराने की जवाबदेही थानाध्यक्षों को दी गई. बाढ़ के दौरान पशुओं में होने वाली संभावित बीमारी से बचाव हेतु सभी प्रकार के जीवन रक्षक दवा पर्याप्त मात्रा में भंडारण करने तथा सभी भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नियमित रूप से भ्रमणशील रहकर बीमार पशुओं के उपचार हेतु जिला पशुपालन पदाधिकारी को नसीहत दी गई. निरीक्षण के क्रम में अपर समाहर्ता, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, आपदा शाखा के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ नियंत्रण के कार्यपालक अभियंता के अलावा सदर अंचल पदाधिकारी बक्सर एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.
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