हथुआ. भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से गोपेश्वर महाविद्यालय, हथुआ में मंगलवार को राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के कुलपति प्रो. डॉ परमेंद्र कुमार बाजपेई को उपस्थित होना था, लेकिन विश्वविद्यालय के आवश्यक कार्य को लेकर कुलपति उपस्थित नहीं हो पाये. कुलपति द्वारा कार्यक्रम हेतु शुभकामना संदेश प्रेषित किया गया. संगोष्ठी का विषय “योग का वैश्विक मूल्य एक परिदृश्य ” था. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कमला राय महाविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग अध्यक्ष प्रो प्रवीण कुमार पांडेय उपस्थित थे. कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन कार्यक्रम के सचिव डॉ विवेकानंद तिवारी द्वारा करते हुए कहा गया कि लंका युद्ध के दौरान भगवान श्री राम को भी यम-नियम का पालन करते हुए योग के माध्यम से शक्ति की आराधना की गयी थी. इसके पश्चात भगवान श्री राम विजयी हुए. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गोपेश्वर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ अवध किशोर पांडेय ने यम, नियम, आसन, प्राणायाम, ध्यान को परिभाषित किया और छात्र-छात्राओं में योगपूर्ण जीवन जीने का संकल्प दिलाया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुबोध कुमार ने किया. कार्यक्रम के पश्चात अनेक प्रतिभागियों के बीच प्रमाण पत्र वितरण भी किया गया. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ. कार्यक्रम में डॉ अमित कुमार सुमन, डॉ संजय कुमार सुमन, प्रो राजेश्वर बैठा, डॉ मनोज कुमार, डॉ शंभू कुमार गुप्ता, विक्रांत कुमार, प्रदीप कुमार, विनोद तिवारी, लखन तिवारी आदि सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे.
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