सासामुसा. गंडक नदी की बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारी गंभीर हैं. कुचायकोट प्रखंड के भसही विशंभरपुर और भगवानपुर तक तटबंध का कराया जा रहा मरम्मत कार्य पूरा हो गया है. पटना से पहुंचे गुणवत्ता नियंत्रण के अधीक्षण अभियंता व कार्यपालक अभियंता की टीम ने कार्य की गुणवत्ता को परखा.
क्षतिग्रस्त स्पॉट को चिह्नित कर उसे रिस्टोर व मरम्मत का काम पूरा
टीम ने बचाव कार्यों का निरीक्षण किया. अभियंताओं से बारीकी को समझा. उसके बाद उसे बेहतर करार दिया. यूपी के बॉर्डर अहिरौली दान से विशुनपुर के बीच बने गाइड बांध को सुरक्षित करने के लिए गैबियन, बेडवार व पार्कुपाइन से मजबूत किया जा रहा है. पिछले बार आये बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त स्पॉट को चिह्नित कर उसे रिस्टोर व मरम्मत का काम पूरा हो गया है. अभियंताओं की टीम यहां कैंप कर बचाव कार्यों को करा रही है. बीच-बीच में एक्सपर्ट व बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष भी निरीक्षण कर कार्य की गुणवत्ता पर फोकस रखने का आदेश देते रहे.
कैंप कार्यालय का भी हो रहा निर्माण
बता दें कि बांध के अलावा विशंभरपुर में कैंप कार्यालय के भी निर्माण पर सरकार का 3.5 करोड़ खर्च हो रहा है. यहां के बचाव कार्य शुरू होने से लाखों की आबादी को काफी राहत मिलेगी. निरीक्षण के दौरान मौके पर गोपालगंज गुणवत्ता नियंत्रण के सहायक अभियंता और कनीय अभियंता नीरज कुमार के अलावा जल निस्सरण के कार्यपालक अभियंता पवन कुमार, सहायक अभियंता एकता कुमारी, कनीय अभियंता राकेश कुमार झा, शिवकुमार सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.
विशंभरपुर में कैंप कार्यालय निर्माण को भी जांचा
रविवार को डीएम करेंगे तटबंध का निरीक्षण
अहिरौली दान से लेकर बिशुनपुर तटबंध तक बाढ़ पूर्व तटबंध का निरीक्षण गोपालगंज के जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच रविवार को करेंगे. वे भसई, पटेल नगर, विशंभरपुर, भगवानपुर, बिशुनपुर आदि डेंजर प्वाइंटों का भी जायजा लेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
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