फुलवरिया. श्रावण मास के पहले दिन ऐतिहासिक दीवान परसा स्थित प्राचीन शिव मंदिर से भव्य कलशयात्रा निकाली जायेगी. आयोजन समिति के अनुसार, इस बार 5100 कुंवारी कन्याएं कलशयात्रा में भाग लेंगी. यात्रा हाथी, घोड़े, बैंड-बाजे, ढोल-नगाड़ों और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंदिर प्रांगण से शुरू होकर राजघाट नदी तक जायेगी, जहां जल भरने के बाद पुनः मंदिर लौटेगी. श्रद्धालुओं ने बताया कि पूरे सावन मास मंदिर में महामृत्युंजय जाप, रुद्राभिषेक और भव्य पूजन अनुष्ठान का आयोजन किया जायेगा. मान्यता है कि यहां भोलेनाथ और माता पार्वती पर सच्चे मन से जलाभिषेक करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है. यही वजह है कि सावन में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. विशेष बात यह है कि दीवान परसा बाजार के मध्य स्थित इस मंदिर क्षेत्र में युगों से मांस-मछली की बिक्री नहीं होती. मान्यता है कि यहां ऐसा करने वालों का विनाश हो जाता है. कलशयात्रा के साथ ही ऐतिहासिक मेले की शुरुआत भी हो जायेगी, जो पूरे श्रावण भर चलेगा. शासन और आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की है, जिससे यह धार्मिक आयोजन एक बार फिर दीवान परसा को आस्था का केंद्र बना देगा.
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