बरौली. प्रखंड के बड़ा बढेयां स्थित श्री रामस्वरूप सिंह बालिका उमावि में मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया. सावन में मेहंदी का बहुत ही महत्व है. इसे लेकर छात्राओं के बीच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. लेकिन यह प्रतियोगिता जल जीवन हरियाली को लेकर भी आयोजित की गयी थी. प्रतियोगिता में कक्षा नवीं व दसवीं की करीब 20 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया. सभी छात्राओं ने अपनी होम साइंस की शिक्षिका संगीता दुबे अर्चना की देखरेख में अपने हथेली व कलाई पर एक से बढ़कर एक पर्यावरण संरक्षण के संदेश वाली मेहंदी बनायी थी. प्रतियोगिता से पूर्व गर्ल्स स्कूल की शिक्षिका संगीता दुबे अर्चना ने प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह आयोजन किशाेरी मंच के अंतर्गत किया गया है. इस तरह के आयोजन से छात्राओं में रचनात्मक क्षमता का विकास होता है. मेहंदी न केवल धार्मिक मान्यता बल्कि परंपरा का भी प्रतीक है. सावन भगवान शंकर का माह है और माता पार्वती को खुश करने के लिए मेहंदी लगायी जाती है, जो एक औषधि भी है जो हमें कई बीमारियों से दूर भी रखती है. उन्होंने छात्राओं को जल-जीवन-हरियाली के बारे में छात्रों को विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि मानव जीवन की रक्षा के लिए तालाब, कुंआ व पेड़ा पौधा बहुत ही जरूरी है. उसको बचाने को लिए हमे सामूहिक प्रयास करना होगा. प्राचार्य अशरफ अली ने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छात्राओं को पुरस्कृत भी किया जायेगा. इस मौके पर शिक्षिका शीला कुमारी, नुपुर सिंह सहित सभी शिक्षक तथा छात्राओं में खुशबू कुमारी, शबनम खातुन, मनीषा कुमारी, सुनीता कुमारी, दिव्या कुमारी, सोनाली कुमारी, रंजना कुमारी, शशिकला कुमारी, करिश्मा कुमारी, वर्षा कुमारी, बबुन्ती कुमारी, स्नेहा कुमारी, अलका कुमारी, प्रियंका कुमारी, आंचल कुमारी, सोनम कुमारी, नजमा खातुन, व्यूटी कुमारी, रांजी कुमारी, रानी कुमारी तथा प्रिया कुमारी सहित शिक्षकेतर कर्मी मौजूद थे.
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